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चौथे टेस्ट में टीम इंडिया की निगाहें जीत पर

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पोर्ट ऑफ स्पेन , बुधवार, 17 अगस्त 2016 (14:20 IST)
पोर्ट ऑफ स्पेन। विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपराजेय बढ़त बना ली है और अब वह गुरुवार से शुरू होने जा रही सीरीज के आखिरी मुकाबले में जीत दर्ज करने उतरेगी।
 
टीम इंडिया वेस्ट इंडीज के खिलाफ सीरीज के 3 मैचों में से 2 मैच जीत चुकी है जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा था और वह विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया से 1 स्थान नीचे दूसरे नंबर पर है। 4 टेस्टों की सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त बना चुकी भारतीय टीम चौथा टेस्ट जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया को अपदस्थ कर शीर्ष पर पहुंच जाएगी।
 
दूसरी तरफ इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट मैच जीतने वाली पाकिस्तानी टीम के भी नंबर 1 बनने की संभावना है लेकिन यह पूरी तरह से श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच तथा वेस्ट इंडीज और भारत के बीच सीरीज के नतीजे पर निर्भर रहेगा। वैसे भारतीय टीम के लिए यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है कि उसने वेस्ट इंडीज को उसी की जमीन पर टेस्ट सीरीज में पराजित किया है।
 
युवाओं से सजी भारतीय टीम, कप्तान विराट कोहली का नेतृत्व और नए मुख्य कोच अनिल कुंबले ने इस सीरीज को कब्जाने के साथ अपने लक्ष्य को भी हासिल कर लिया है और निश्चित ही वह आखिरी मैच जीतकर विजयी विदाई लेना चाहेगी। मैच से पहले बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने भी कहा था कि खिलाड़ियों का हौसला काफी ऊंचा है और वे 3-0 से सीरीज अपने नाम करना चाहते हैं।
 
मौजूदा सीरीज में बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। विराट ने बल्लेबाजी क्रम में काफी फेरबदल भी किए और टीम को इसका फायदा मिला है। बल्लेबाजी क्रम में रहाणे के अलावा रविचंद्रन अश्विन के क्रम में भी बदलाव किया गया और उन्हें 6ठे नंबर पर मौका दिया गया, वहीं रोहित शर्मा को तीसरे टेस्ट में अंतिम एकादश में मौका दिया गया। हालांकि यह साफ है कि विराट कोहली की इस टीम में किसी भी खिलाड़ी की जगह पक्की नहीं है।
 
भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने वेस्ट इंडीज की मुश्किल परिस्थितियों और पिचों पर अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है और अगले मैच में भी इसी प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है। भारत ने अपना तीसरा टेस्ट 237 रन के बड़े अंतर से जीता था और इस मैच में गेंदबाजों की भूमिका अहम रही थी। 
 
वैसे बल्लेबाजों की बात करें तो रहाणे, विराट, शिखर धवन, लोकेश राहुल और निचले क्रम में अश्विन अहम हैं लेकिन जिन खिलाड़ियों ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है उनमें रोहित और चेतेश्वर पुजारा के लिए खतरे की घंटी बजती दिख रही है। रोहित को ग्रॉस आइलेट टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में जगह दी गई थी, जहां उन्होंने 9 और 41 रन की पारियां खेलीं, लेकिन पुजारा को अब तक सबसे कम बल्लेबाजी का मौका मिला है। 
 
पुजारा ने अब तक 2 टेस्ट खेले हैं और 31 के औसत से कुल 62 रन का ही योगदान दिया है। उनका प्रदर्शन पिछले कुछ समय से खास नहीं रहा है। टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज ने आखिरी बार टेस्ट शतक लगभग 1 वर्ष पहले जड़ा था और उसके बाद से उन्होंने मात्र 1 ही अर्द्धशतक लगाया है। ऐसे में उनका स्थान अभी भी पक्का नहीं माना जा सकता है और संभवत: कप्तान आखिरी टेस्ट में भी रोहित को ही मौका दे दें।
 
वहीं 6ठे नंबर पर अश्विन का गेंद के साथ बल्लेबाजी में भी लाजवाब प्रदर्शन रहा है और वे इस सीरीज में 2 टेस्ट शतक लगा चुके हैं जबकि अन्य किसी विशेषज्ञ बल्लेबाज ने यह उपलब्धि दर्ज नहीं की है। 
 
विराट अपने दोहरे शतक की बदौलत अभी भी शीर्ष स्कोरर हैं लेकिन पिछले मैच में उन्होंने 3 और 4 रन की खराब पारियां खेली थीं जबकि धवन ने 1 और 26 रन ही बनाए थे। भारत यदि नंबर 1 रैंकिंग के लक्ष्य के साथ खेल रहा है तो ओपनिंग क्रम के सभी बल्लेबाजों को बेहतर करना होगा।
 
वेस्ट इंडीज की जमीन पर जीतने का श्रेय बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों का भी बराबर का है, क्योंकि वेस्ट इंडीज की सूखी सपाट पिचों पर स्पिनरों और गेंदबाजों ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और मुश्किल स्थिति से भी निकाला।
 
तीसरे टेस्ट में युवा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 23.4 ओवर में 1.39 के इकॉनॉमी रेट से मात्र 33 रन देकर 5 विकेट निकाले थे और वेस्ट इंडीज की पहली पारी को 225 पर ढेर कर दिया था। इसके बाद दूसरी पारी में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने 15 रन पर 3 विकेट चटकाए और ईशांत शर्मा, अश्विन, जडेजा और भुवनेश्वर ने भी विकेट निकालकर टीम को जीत दिला दी। 
 
गेंदबाजों में सबसे सफल और गेंदबाजी क्रम की अगुवाई कर रहे अश्विन ने इस सीरीज में अपने हरफनमौला खेल से सबसे अधिक प्रभावित किया है। पिछले मैच में अपनी 118 रनों की शतकीय पारी की बदौलत 'मैन ऑफ द मैच' रहे अश्विन 23.25 के औसत से पिछले 3 मैचों में 16 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं, वहीं चोट के बाद वापसी कर रहे और कप्तान के भरोसेमंद शमी ने भी खुद को साबित किया है और 11 विकेट लेकर दूसरे सफल गेंदबाज हैं। पिछले मैच से बाहर रहे स्पिनर मिश्रा ने भी स्पिन गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया है और वे 2 मैचों में 6 विकेट निकाल चुके हैं। 
 
कप्तान विराट कोहली की युवा टीम पिछला मैच जीतकर वेस्ट इंडीज की जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक लगा चुकी है। यह पहला मौका है, जब किसी भारतीय टीम ने कैरेबियाई जमीन पर एक सीरीज में 2 टेस्ट जीते हैं। भारत ने वेस्ट इंडीज में पिछली 2 सीरीज 1-0 के अंतर से जीती थीं और उसके लिए इस बार 3-0 से सीरीज जीतना बड़ी कामयाबी होगा।
 
लेकिन मेजबान टीम अपने घरेलू मैदान पर खेल रही है और एक मैच ड्रॉ करा चुकी है। वेस्ट इंडीज की कोशिश रहेगी कि वह आखिरी टेस्ट में हार की शर्मिंदगी से बचे। जेसन होल्डर की कप्तानी वाली कैरेबियाई टीम के पास कार्लोस ब्रेथवेट, लियोन जॉनसन, डैरेन ब्रावो, मार्लोन सैम्युअल्स जैसे बेहतरीन बल्लेबाज और शैनन गैब्रिएल, रोस्टन चेज, मिगुएल कमिंस जैसे गेंदबाज हैं। 
 
रहाणे ने भी कहा था कि वेस्ट इंडीज बड़ा उलटफेर कर सकती है, जाहिर है कि घरेलू टीम के पास खोने के लिए कुछ नहीं है जबकि भारतीय टीम की नंबर 1 रैंकिंग दांव पर है। (वार्ता) 

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