मेलबर्न। मयंक अग्रवाल और हनुमा विहारी के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले दिन बुधवार को ओपनिंग में उतरने के साथ ही भारत ने पिछले 82 वर्षों में पहली बार नई ओपनिंग जोड़ी उतार दी।
भारतीय टीम प्रबंधन ने ओपनिंग में लगातार विफल हो रहे ओपनरों मुरली विजय और लोकेश राहुल को इस मैच के लिए अंतिम एकादश से बाहर कर दिया था और मयंक अग्रवाल को एकादश में शामिल किया था। हनुमा विहारी पहले से ही टीम में मौजूद थे।
पृथ्वी शॉ के चोटिल होकर इस दौरे से बाहर हो जाने के बाद मयंक को आखिरी दो टेस्टों के लिए ऑस्ट्रेलिया बुलाया गया था। तीसरे टेस्ट के लिए ओपनिंग के दावेदारों में मयंक और हनुमा के अलावा रोहित शर्मा भी शामिल थे, लेकिन टीम प्रबंधन ने मयंक और हनुमा को मौका दिया।
इस तरह मयंक ने अपना टेस्ट पदार्पण भी कर लिया। पिछले 82 वर्षों में यह पहला मौका है जब भारत ने एक नई ओपनिंग जोड़ी उतारी। इससे पहले 1936 में दत्ताराम हिंडलेकर और विजय मर्चेंट इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में नई ओपनिंग जोड़ी के रूप में उतरे थे।
टेस्ट पदार्पण करने वाले 295वें खिलाड़ी बने मयंक : मयंक इस तरह भारत की तरफ से टेस्ट पदार्पण करने वाले 295वें खिलाड़ी बन गए। मयंक ने अपने पदार्पण को यादगार बनाते हुए 161 गेंदों में 76 रन की शानदार पारी खेली। मयंक 2018 में भारत की तरफ से पदार्पण करने वाले छठे खिलाड़ी बने हैं। इस साल उनसे पहले जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, हनुमा विहारी, पृथ्वी शॉ और शार्दुल ठाकुर ने टेस्ट पदार्पण किया था।