Biodata Maker

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

क्या बॉर्डर पर जाएंगे MS Dhoni? टेरिटोरियल आर्मी को लेकर रक्षा मंत्री का बड़ा फैसला

Advertiesment
हमें फॉलो करें ms dhoni indian army hindi news

WD Sports Desk

, शनिवार, 10 मई 2025 (17:27 IST)
India-Pakistan Tensions : भारत और पाकिस्तान के बीच दिन-ब-दिन तनाव बढ़ते जा रहे और पाकिस्तान लगातार हमलों में मासूमों को टारगेट करने की कोशिश कर रहा है लेकिन इंडियन आर्मी हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इन्हीं बढ़ती टेंशन्स के बीच रक्षा मंत्रालय ने एक अहम फैसला लिया है। सुचना के मुताबिक रेगुलर आर्मी के मदद के लिए टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army ) को बुलाया जा सकता है। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी टेरिटोरियल आर्मी का हिस्सा हैं।

महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की पोस्ट मिली हुई है, उन्होंने सेना के साथ ट्रेनिंग भी पूरी की हुई है। ऐसे में सवाल यही उठ रहे हैं कि अगर बात आगे बढ़ी तो क्या महेंद्र सिंह धोनी को भी ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है? क्या पाकिस्तान के खिलाफ सेना अगर टेरिटोरियल आर्मी को बुलाती है तो धोनी भी बॉर्डर पर जाएंगे?
 
धोनी ने 2015 में आगरा ट्रेनिंग कैंप में भारतीय सेना के विमान से पांच पैराशूट जंप पूरे किए और एक योग्य पैरा ट्रूपर बन गए। अगस्त 2019 में, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में टेरिटोरियल आर्मी के साथ दो हफ्ते की ड्यूटी भी की। रांची में पैराशूट रेजिमेंट के साथ एक दिन बिताते हुए धोनी ने कहा, "मैं बचपन से ही सेना में जाना चाहता था। सैनिकों को देखकर लगता था कि एक दिन मैं भी ऐसा ही बनूंगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं क्रिकेटर बनूंगा, मेरा सपना तो फौजी बनने का था।

webdunia

 
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी? 
(What is Teritorrial Army)
 
टेरिटोरियल आर्मी (टीए) एक रिज़र्व फोर्स है जो सेना में काम करने वाले पार्ट-टाइम स्वयंसेवकों से बनी होती है। इसमें अधिकारी, जूनियर कमीशंड अधिकारी, नॉन-कमीशंड अधिकारी और अन्य सैनिक शामिल होते हैं, जिनकी रैंक नियमित भारतीय सेना जैसी ही होती है। ये लोग सेना की सेवा के साथ-साथ अपने सामान्य नागरिक पेशों में भी काम करते हैं।
 
टेरिटोरियल आर्मी का मुख्य काम यह है कि वह नियमित सेना को स्थायी (स्थिर) ड्यूटी से राहत दे, प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिक प्रशासन की मदद करे, और ज़रूरी सेवाओं को बनाए रखने में सहायता करे। इसके अलावा, ज़रूरत पड़ने पर यह सेना के लिए यूनिट्स भी उपलब्ध कराती है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

IPL 2025 स्थगित होने पर ऑस्ट्रेलिया के इन खिलाड़ियों की स्वदेश वापसी शुरु