ब्रिस्बेन:कप्तान और तेज गेंदबाज पैट कमिंस के 38 रन पर पांच विकेट लेने के ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को पहले एशेज क्रिकेट टेस्ट मैच के वर्षा प्रभावित पहले दिन बुधवार को 50.1 ओवर में मात्र 147 रन पर ढेर कर दिया। एशेज के पहले टेस्ट के पहले दिन रोमांच पहली गेंद से ही शुरु हो गया। यही कारण रहा किआज ढेरों रिकॉर्ड बने।
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उसकी शुरुआत खराब रही और मैच की पहली गेंद पर मिशेल स्टार्क ने रोरी बर्न्स को बोल्ड कर दिया। पहले ओवर के पहले ही गेंद पर स्टार्क ने बर्न्स को एक शानदार यॉर्कर लेंथ की गेंद पर बोल्ड मार दिया।
बर्न्स को शायद जीवन भर अपने इस प्रदर्शन पर पछतावा रहेगा क्योंकि वह एशेज़ के इतिहास के दूसरे ऐसे खिलाड़ी बने जो पहली ही गेंद पर आउट हो गए। साथ ही इस साल वह छठी बार शून्य के स्कोर पर आउट हुए हैं। विश्व स्तर पर किसी भी टेस्ट में एक सलामी बल्लेबाज़ के द्वारा यह सबसे ख़राब रिकॉर्ड है।
डेविड मलान मात्र छह रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों लपके गए। हालांकि मलान जिस गेंद पर अपना विकेट फेंक कर गए, उस गेंद को आसानी से छोड़ा जा सकता था। इसके बाद उन्होंने रूट को भी चलता कर दिया। कप्तान जो रुट नौ गेंदों में खाता खोले बिना हेजलवुड की गेंद पर स्लिप में डेविड वार्नर को कैच थमा बैठे। रूट आठवीं बार हेज़लुवड का शिकार बने।
हेज़लुवुड ने एक सटीक और शानदार सेट-अप के साथ रूट को फंसाने का काम किया। उन्होंने पहले लगातार रूट को बैकफुट पर खेलने को मज़बूर किया और फिर फ्रंट फुट पर आकर खेलना का न्योता दिया और इस चाल में रूट फंस गए। बेन स्टोक्स पांच रन बनाने के बाद कमिंस का शिकार बने।
ओपनर हसीम हमीद को कमिंस ने टीम के 60 रन के स्कोर पर पवेलियन भेजा। हमीद ने 75 गेंदें खेलकर 25 रन बनाये। ओली पॉप और जोस बटलर ने छठे विकेट के लिए 52 रन जोड़े। बटलर को स्टार्क ने विकेट के पीछे कैरी के हाथों कैच कराया। बटलर ने 58 गेंदों पर पांच चौकों के सहारे 39 रन बनाये। ओली पॉप को कैमरून ग्रीन ने आउट किया।
पॉप ने 79 गेंदों पर दो चौकों के सहारे 35 रन बनाये। क्रिस वोक्स 24 गेंदों में चार चौकों के सहारे 21 रन बनाकर कमिंस का तीसरा शिकार बने। कमिंस ने ओली रॉबिन्सन और मार्क वुड के विकेट लेकर पांच विकेट पूरे किये और इंग्लैंड को 147 रन पर निपटा दिया। कमिंस के पांच विकेटों के अलावा स्टार्क और हेजलवुड ने दो-दो विकेट लिए।
चाय तक इंग्लैंड की पारी सिमट चुकी थी लेकिन दिन के अंतिम सेशन में ख़राब मौसम के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम बल्लेबाज़ी करने के लिए उतर ही नहीं पाई। यह जले पर नमक जैसा था क्योंकि इंग्लैंड के पास अपने बल्लेबाज़ों के ख़राब प्रदर्शन को गेंदबाज़ों के द्वारा ढकने का प्रयास किया जा सकता था लेकिन मौसम के कारण उन्हें यह मौक़ा ही नहीं मिला। गिली पिच और ख़राब रोशनी के कारण मैच दोबारा शुरू ही नहीं हो पाया।
कप्तानी की शुरुआत में 5 विकेट लेने वाले दूसरे कप्तान बने कमिंस
कमिंस इस तरह टेस्ट कप्तानी के डेब्यू में पांच विकेट लेने वाले दूसरे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बने। इससे पहले ज्यॉर्ज गिफ़ेन ने 1894 में कप्तानी में पदार्पण करते हुए इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मेलबोर्न में दूसरी पारी में 155 रन देकर छह विकेट लिए थे। कमिंस टेस्ट कप्तानी डेब्यू में पांच विकेट लेने वाले 14वें कप्तान बने हैं। इससे पहले राशिद ख़ान ने 2019 में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दोनों पारियों में पांच विकेट लिए थे।
1982 के बाद से एशेज़ में पांच विकेट लेने वाले पहले कप्तान बने कमिंस। उनसे पहले 1982 में गाबा टेस्ट में बॉब विलिस ने मेज़बान टीम के ख़िलाफ़ पांच विकेट लिए थे। कमिंस इसी के साथ एशेज़ में 1962 के बाद से पांच विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान बने। उनसे पहले रिची बेनो ने गाबा में ही इंग्लैंड के ख़िलाफ़ छह विकेट लिए थे।
84 साल बाद एशेज की पहली गेंद पर गिरा विकेट
दूसरी बार ही ऐसा हुआ है जब एशेज़ टेस्ट सीरीज़ में पहली गेंद पर विकेट गिरा है, जिसमें बुधवार को मिशेल स्टार्क का रोरी बर्न्स को आउट करना भी शामिल है। इससे पहले 1936 गाबा टेस्ट में इंग्लैंड के ओपनर स्टैन वर्थिंगटन को इर्नी मककोर्मिक ने विकेट के पीछे पहली गेंद पर आउट कराया था।
दूसरी बार ही इंग्लैंड ने 1937 से टेस्ट मैच में पहली गेंद पर विकेट गंवाया है, इसमें ब्रिस्बेन में बर्न्स का भी विकेट शामिल है। इससे पहले 2010 जोहानसबर्ग टेस्ट में ऐंड्रयू स्ट्रास, डेल स्टेन की गेंद पर आउट हुए थे। 1877 से 1936 के बीच इंग्लैंड ने चार बार पहली गेंद पर विकेट गंवाए थे।
100 साल में तीसरी बार इंग्लैंड नहीं छू सकी 150 का आंकड़ा
यह तीसरा मौका है जब एशेज़ में 100 साल के इतिहास में पहली पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए टीम इंग्लैंड के 147 रनों से नीचे आउट हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया 1968 गाबा टेस्ट में 116 और 1997 में ऐजबस्टन टेस्ट में 118 पर आउट हुई थी, जबकि इंग्लैंड की टीम केवल एक बार 1958 में 134 रनों पर आउट हुई।
147 रनों पर ब्रिस्बेन में पहली पारी में इंग्लैंड आउट हुई। यह सीरीज़ के पहले मैच की पहली पारी में इंग्लैंड का 100 सालों में पांचवां सबसे न्यूनतम स्कोर है। (एक टेस्ट की सीरीज़ छोड़कर). एक ही बार इससे पहले इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इससे कम स्कोर 134 ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 1958 में ब्रिस्बेन में बनाया है।
2021 में 6वीं बार 0 पर आउट हुए रोरी बर्न्स
छठी बार रोरी बर्न्स इस साल शून्य पर आउट हुए हैं। यह किसी ओपनर का एक साल में सबसे ज़्यादा बार शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड पंकज रॉय (1952) और माइक एथर्टन ( 1998) पांच बार शून्य पर आउट हुए थे। यही नहीं शीर्ष सात बल्लेबाज़ों में एक साल में सबसे ज़्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ी भी बर्न्स बन गए हैं।
सातवीं बार इस साल इंग्लैंड की टीम टेस्ट में 150 से कम स्कोर में आउट हुई है। केवल दो ही टीम एक कैलेंडर वर्ष में आठ बार 150 से कम स्कोर पर आउट हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया ने यह 1888 में और वेस्टंइडीज़ ने 2000 में ऐसा किया।