दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एवं सर्वकालिक महान लेग स्पिनर शेन वार्न का शुक्रवार को 52 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके देहांत की खबर तो आम क्रिकेट फैन ने सुन ही ली है लेकिन वॉर्न मौत के मुंह में गए कैसे यह ज्यादा लोगों को नहीं पता है।
वार्न की प्रबंधन टीम ने एक बयान में कहा कि शेन का थाईलैंड के कोह समुई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। शेन वॉर्न के दोस्त भी इस ही विला में रुके हुए थे और स्थानीय समय अनुसार 5 बजे उनको खाने के लिए बुलाने लगे। हालांकि जब वह नहीं आए तो वह कमरे में घुसे और पाया कि वह अचेत हैं।
शेन वॉर्न की ऐसी हालत देखकर तीनों दोस्त घबरा गए। उन्होंने मिलकर वॉर्न को सीपीआर दिया। 20 मिनट तक यह क्रिया काम नहीं आयी तो फिर तीनों ने मिलकर इंटरनेशनल हॉस्पिटल को कॉल किया। हॉस्पिटल से एंबुलेंस आय और शेन वॉर्न को स्ट्रेचर पर डाला गया।
इंटरनेशनल हॉस्पिटल पहुंचने के बाद डॉक्टर्स ने भी शेन वॉर्न को सीपीआर दिया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और डॉक्टर्स ने इसके बाद शेन वॉर्न को मृत घोषित कर दिया गया। मृत्यू का कारण दिल का दौरा बताया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शेन वॉर्न के तीनों दोस्त उनसे 3 बजे मिले थे। इसके बाद सब अपने अपने कमरे में चले गए थे। 5 बजे वह वॉर्न का खाने पर इंतजार कर रहे थे लेकिन वॉर्न कभी नहीं आए।
अधिकारिक बयान में कहा गया, “शेन अपने विला में बेसुध पाए गए और स्वास्थ्यकर्मियों के हर मुमकिन प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनका परिवार फिलहाल गोपनीयता का आग्रह करता है और उचित समय में और विवरण दिया जाएगा।”
यह खबर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए 24 घंटे के अंदर दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले शेन वार्न के साथी महान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर रॉड मार्श का भी शुक्रवार को निधन हो गया था, जिन्हें पिछले हफ्ते दिल का दौरा पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि वार्न को प्यार से वार्नी भी बुलाया जाता है और दुनिया भर में लाखों लोग उन्हें पसंद करते हैं। कई लोगों द्वारा उन्हें क्रिकेट के सर्वकालिक महान गेंदबाजों में से एक माना जाता है।
दिवंगत शेन ने अपने 15 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में 145 टेस्ट मैचों में 708 विकेट लिए हैं, जो एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी द्वारा सबसे अधिक है और श्रीलंकाई दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के बाद दूसरा सर्वाधिक आंकड़ा है। वहीं 194 वनडे मैचों में 293 विकेट उनके नाम हैं।