पहले बल्लेबाज आउट होता था और अंपायर उसे आउट नहीं देता था तो फील्डिंग करने वाला कप्तान मन मसोस कर रह जाता था। जबसे डीआरएस यानि कि रिव्यू सिस्टम आया है यह समस्या लगभग खत्म हो गई है। लेकिन जो रूट की बदकिस्मती देखिए, बल्लेबाज आउट है और डीआरएस भी उन्हें विकेट नहीं दिलवा पा रहा है।
मामला रविवार यानि की चेन्नई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के अंतिम सत्र का है। जहां मोइन अली की गेंद पर रोहित शर्मा ने बल्ला अपने पैड के पीछे छुपाया और गेंद उनके पैड पर लगी। अपील के बाद अंपायर के नॉट ऑउट देने पर कप्तान जो रूट ने
डीआरएस का सहारा लिया।
लेकिन रिव्यू लेने के बाद जो रूट ऑन फील्ड अंपायर के पास गए और कहा रोहित शर्मा ने शॉट ऑफर नही किया है क्या यह बात तीसरे अंपायर तक पहुंच गई है। ऑन फील्ड अंपायर केके मेनन ने कहा कि रोहित ने शॉट ऑफर खेला है। यह सुनते ही जो रुट अपना सिर धुनने लग गए।
वह इसलिए कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी के नियमों के मुताबिक अगर बल्लेबाज अपना बल्ला पैड से पीछे रखता है तो इस स्थिती को माना जाता है कि बल्लेबाज ने शॉट ऑफर नहीं किया है। लेकिन कल ऑन फील्ड अंपायर ने ऐसा नहीं किया।
ऑन फील्ड तो छोड़िए तीसरे अंपायर अनिल चौधरी ने भी यह तकनीकी गलती की और मैदान पर खड़े अंपायर का सोफ्ट सिगनल आंखे मूंद कर मान लिया। जब बॉल ट्रैकिंग की बारी आयी तो गेंद का इंम्पेक्ट बाहर था। शॉट ऑफर न करने की स्थिती में इंम्पैक्ट के मायने नहीं रह जाते। यह गेंद सीधे रोहित शर्मा के स्टंप्स पर जाती हुई दिखाई गयी।
पर क्योंकि मैदानी और तीसरे अंपायर ने यह माना कि रोहित शर्मा ने शॉट ऑफर किया है तो इसे नॉट आउट ही माना गया। ऐसा दो दिन में दो बार हुआ जब जो रूट को डीआरएस का फायदा नहीं मिला।
शनिवार को इंग्लैंड के कप्तान जो रूट तीसरे अंपायर अनिल चौधरी की भूल से काफी खिन्न हो गये जिसके कारण उन्हें भारतीय उप कप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट नहीं मिल सका और एक डीआरएस रिव्यू भी चला गया।हालांकि कुछ क्षणों के बाद स्पष्ट हो गया कि चौधरी ने गलती की थी और इंग्लैंड के रिव्यू को फिर से बहाल कर दिया गया। इस गेंद पर भी रहाणे कैच आउट थे लेकिन इस गफलत ने उन्हें बचा लिया। (वेबदुनिया डेस्क)