नागपुर। दूसरे वनडे में जिस तरह से विजय शंकर आउट हुए ऐसा लग रहा था कि आज उनका दिन नहीं है। अंबाती रायडू के आउट होने के बाद वह क्रीज पर आए और रनों की गति को तेजी से बढ़ाया। 41 गेंदों में उन्होंने 46 रन बनाए। लेकिऩ दुर्भाग्यशाली रहे कि अर्धशतक तो वह चूके ही साथ ही विराट कोहली के शॉट से जैम्पा द्वारा नॉन सट्राइकर एंड पर रनआउट हो गए। विजय शंकर ने अपनी पारी में 5 चौके और 1 छक्का जड़ा।
अच्छी बल्लेबाजी के बाद भी दुर्भाग्य ने पीछा नहीं छोड़ा। उन्हें लगा कि अब गेंदबाजी में कुछ कमाल दिखा कर इसकी कसर निकाली जाए। लेकिन गेंदबाजी की शुरुआत में तो और बुरा हाल हुआ। उनके पहले ही ओवर में तीन चौके पड़े और कप्तान कोहली ने उनको गेंदबाजी से हटा दिया।
मार्कस स्टॉयनिस विकेट के पतझड के बीच अंतिम ओवर के गेंदबाज पर हमला करने का मन बना चुके थे। विराट कोहली ने काफी कशमकश के बाद विजय शंकर को आखिरी ओवर में गेंद थमाई। विजय शंकर को आखिरी ओवर में सिर्फ 11 रन डिफेंड करने थे और सामने खड़े थे पचास रन जड़ चुके मार्कस स्टॉयनिस। लेकिन आखिरी ओवर में किस्मत विजय शंकर के साथ थी
पहली ही गेंद पर स्टॉयनिस को उन्हें पगबाधा आउट कर दिया । दूसरी गेंद पर एडम जैंपा ने दो रन लिए। तीसरी गेंद पर एडम जैंपा को शंकर ने क्लीन बोल्ड कर भारत को मैच जिता दिया।
यह निर्णय विराट कोहली के लिए काफी मुश्किल रहा होगा क्योंकि इससे पहले टी-20 मैच में उमेश यादव टीम इंडिया के लिए14 रन नहीं बचा पाए थे।
विजय शंकर ने अपने इस प्रदर्शन के बाद विश्वकप में अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है। अगर ऐसा ही प्रदर्शन वह आगे के तीन मैचों में करते हैं तो हो सकता है भारत की टीम एक और ऑलराउंडर के साथ इंग्लैंड जाए।