नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ बुधवार को आखिरी मैच ड्रॉ रहने के बाद तीन मैचों की सीरीज़ को लेकर संतोष व्यक्त किया और माना की व्यक्तिगत रूप से भी यह सीरीज़ उनके लिए काफी अच्छी रही।
भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज़ को 1-0 से जीता। पहला मैच कोलकाता में और दूसरा मैच दिल्ली में ड्रॉ रहा। विराट कोहली की कप्तानी में भारत की यह लगातार नौवीं सीरीज़ जीत है और इसी के साथ उसने ऑस्ट्रेलिया के विश्व रिकार्ड की बराबरी कर ली है।
विराट का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी इस सीरीज़ में कमाल का रहा और उन्हें मैच में 243 और 50 रन की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच तथा तीन मैचों में दो अर्धशतकों सहित तीन शतक के साथ कुल 610 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज़ चुना गया।
कप्तान ने मैच के बाद कहा यह व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए बहुत अच्छी सीरीज़ रही और टीम के लिए भी अच्छी थी। उन्होंने कहा मैं एक तरह से दिल की बात बता रहा हूं कि मैं टेस्ट में भी वैसे ही खेलता हूं जैसे कि वनडे। मेरे पास दोनों प्रारूपों में अलग अलग तरह से खेलने का कोई फार्मूला नहीं है। इन दिनों ऐसा कोई तय फार्मूला ही नहीं होता है। आप अपने अंदर विश्वास रखें तो किसी भी प्रारूप में अच्छा कर सकते हैं।
विराट ने कहा मैं जब कप्तान नहीं था तब मेरे लिए स्थितियों के बारे में सोचना मुश्किल होता था। लेकिन जब मैंने टेस्ट में खेलना शुरू किया तब मुझपर दबाव आने लगा था। लेकिन जब मैंने कुछ हासिल किया तब मैं आराम से खेलने लगा। अब मेरे लिए स्थिति पहले से काफी अलग हो चुकी है। भारत के स्टार खिलाड़ी अब सीधे दक्षिण अफ्रीका दौरे में दिखाई देंगे। श्रीलंका के खिलाफ वनडे और ट्वंटी 20 मैचों की सीरीज़ में विराट को आराम दिया गया है। (वार्ता)