रांची। भारतीय कोच अनिल कुंबले ने मंगलवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में मैदानी व्यवहार को लेकर चर्चा के बावजूद उनकी टीम को आक्रामकता पर अंकुश लगाने के लिए नहीं कहेंगे। कुंबले ने तीसरे टेस्ट मैच से पूर्व कहा, अगर खिलाड़ी मैदान पर उतरकर वह काम करते हैं जिसकी उनसे उम्मीद की जा रही है तो फिर मैं नहीं चाहूंगा कि वे अपनी नैसर्गिक प्रवृति पर अंकुश लगाएं।
कुंबले ने कहा, मुझे नहीं लगता कि हमें आक्रामकता पर बहुत अधिक सोचने की जरूरत है। प्रत्येक खिलाड़ी का खेलने का अपना तरीका होता है। अभी तक यह चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर है और बाकी बचे दो मैचों में कोई भी टीम किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहेगी। आक्रामकता पर कुंबले ने आगे कहा, और आप यही चाहते हो। आप चाहते हो कि मैदान पर उतरने वाला खिलाड़ी दिखाए कि वह किसमें सक्षम है। यह बेहद महत्वपूर्ण श्रृंखला है जो अभी 1-1 से बराबर है। दोनों टीमें इस मैच में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि क्रिकेट विजेता बनेगा। स्टीव स्मिथ के आउट होने पर डीआरएस को लेकर विवाद उठा लेकिन बाद में बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने संयुक्त बयान जारी करके इस मसले को समाप्त किया।
कुंबले ने कहा, इस महान खेल का संरक्षक होने के नाते हमारा मानना है कि यह महत्वपूर्ण है कि हम इसको सही तरह से आगे बढ़ाएं। इसके मुख्य हितधारक खिलाड़ी हैं और उन्हें निश्चित तौर पर अपनी जिम्मेदारी समझनी है। कुंबले ने परिपक्व फैसला करने और फिर से क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करवाने के लिए बीसीसीआई की तारीफ की।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि फिर से खेल पर ध्यान लौटना महत्वपूर्ण है। मुझे बहुत खुशी है कि बीसीसीआई ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ मिलकर बहुत परिपक्व फैसला किया और संयुक्त बयान जारी किया कि बेंगलुरु में जो कुछ हुआ क्रिकेट को उससे आगे बढ़ाने की जरूरत है।
कुंबले ने कहा, यह महत्वपूर्ण है क्योंकि ध्यान खेल पर होना चाहिए। हमने पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की है। कुंबले से पूछा गया कि क्या रांची की सरजमीं पर होने वाले इस पहले टेस्ट मैच से पूर्व स्मिथ और कोहली आपस में मिलेंगे, उन्होंने कहा, हां वे मिलेंगे।
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि पिछले दो मैचों में डीआरएस और पिचों को लेकर चल रही चर्चा से टीम प्रभावित नहीं हुई है। उन्होंने कहा, इससे हमारा खेल प्रभावित नहीं हुआ है। हम केवल खेलना चाहते हैं। हम चर्चा नहीं कर रहे हैं बल्कि आप कर रहे हैं। हम केवल खेल रहे हैं और मैदान पर होने वाले खेल के बारे में सोच रहे हैं। (भाषा)