मुंबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वादा किया है कि वे ऑस्ट्रेलिया दौरे में खुद पर पूरी तरह काबू रखेंगे लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि यदि कंगारुओं ने मैदान पर स्लेजिंग करने की जरा भी कोशिश की तो उन्हें उनकी जुबां में जवाब दिया जाएगा।
विराट ने कोच रवि शास्त्री के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पूर्व गुरुवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में सख्त शब्दों में यह बात कही। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की ट्वंटी-20 सीरीज 21 नवंबर से शुरू हो रही है जिसके बाद 6 दिसंबर से 4 टेस्टों की सीरीज खेली जाएगी। 3 वनडे मुकाबले जनवरी में होंगे।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैदान पर जबरदस्त कहासुनी का इतिहास रहा है। पिछली 2 सीरीज तो खासतौर पर इन बातों के लिए मशहूर रहीं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ के बेंगलुरु टेस्ट में डीआरएस की मदद लेने के लिए ड्रेसिंग रूम की ओर देखने और फिर ब्रेन डैड के लिए माफी मांगने को लेकर काफी विवाद रहा। भारतीय कप्तान विराट ने भी कहा था कि यह कोई पहली बार नहीं है कि स्मिथ ने धोखाधड़ी करने की कोशिश की है।
4 मैचों की सीरीज के बाद विराट और कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के संबंधों में खटास आ गई थी। इसी संदर्भ में पूछे जाने पर विराट ने कहा कि मैदान पर जब भी किसी बात पर बहस को लेकर कोई मुद्दा उठता है तो मेरी कोशिश यही रहती है कि मैं इसमें न उलझूं। मुझे अपनी क्षमताओं पर पूरा विश्वास है। वे अपरिपक्व चीजें थीं, जो मैं किया करता था लेकिन तब मैं अधिक युवा था। अब टीम का कप्तान होने के नाते आपके पास इन सब बातों को सोचने के लिए समय नहीं है। आपको अपनी टीम पर ध्यान देना है।
भारतीय कप्तान ने दावा किया कि टीम इंडिया कभी स्लेजिंग शुरू नहीं करती है और उसके खिलाड़ी तभी जवाब देते हैं, जब उन्हें भड़काया जाता है। जब तक कुछ शुरू नहीं किया जाता है, तब तक हम शांति के साथ खेलते हैं लेकिन यदि विपक्षी टीम कुछ भी भड़काने जैसा काम करती है, तो हम पीछे नहीं हटते हैं।
विराट ने साथ ही कहा कि टीम प्रबंधन के लिहाज से मैं जानता हूं कि टीम को बताया जाता है कि उसकी असल जरूरत क्या है। हमारे दिमाग में सिर्फ प्रतिस्पर्धा की भावना रहती है और हम अपना ध्यान भटकने नहीं देना चाहते।
भारतीय कप्तान को जुबानी जंग को छोड़कर इन बातों पर भी ध्यान देना है कि टीम इंडिया ने पिछले 2 विदेशी दौरों दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज गंवाई है, हालांकि खुद विराट का प्रदर्शन इन सीरीज में बेहतर रहा है। विराट अब चाहते हैं कि उनके बल्लेबाज विदेशी जमीन पर ज्यादा बेहतर प्रदर्शन करें, क्योंकि अब गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी अच्छा हो गया है।
विराट अपने खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि 4 वर्ष पहले ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने वाली भारतीय टीम और मौजूदा उनकी टीम में काफी अंतर है। यह बात इस तथ्य से भी सामने आती है कि विराट खुद फिटनेस को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा फिटनेस स्तर काफी ऊंचा हो गया है, जो ऑस्ट्रेलियाई दौरे में काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। हमारे गेंदबाज इस समय लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और यह बात इंग्लैंड दौरे में सामने आई थी। बल्लेबाजों को ही अपना फोकस सुधारना होगा और टीम के लिए रन बनाने होंगे।