एडीलेड: विराट कोहली बुधवार को श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने को पछाड़कर टी20 विश्व कप के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए ।
कोहली का टी20 विश्व कप में औसत 80 से ऊपर का और स्ट्राइक रेट 130 से अधिक है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ भारत के सुपर 12 चरण के मैच के दौरान यह कीर्तिमान स्थापित किया।
कोहली का यह पांचवां टी20 विश्व कप है। उन्होंने जयवर्धने के 1016 रन का रिकॉर्ड भारतीय पारी के सातवें ओवर में तोड़ा । कोहली 44 गेंद में आठ चौके और एक छक्के समेत 64 रन बनाकर नाबाद रहे ।
कोहली टी20 विश्व कप में 12 अर्धशतक बना चुके हैं। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनके नाम 3932 रन दर्ज हैं। रोहित शर्मा के 3811, न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल के 3531 और पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम के 3239 रन हैं।
इसके अलावा विराट कोहली इस विश्वकप में भी सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बन चुके हैं। अब तक वह 3 नाबाद अर्धशतक जड़ चुके हैं और सिर्फ 1 बार ही वह आउट हुए हैं।
ऑस्ट्रेलिया को टी20 विश्व कप की मेजबानी मिलने पर दिल बाग बाग हो गया था: कोहली
विराट कोहली ने बुधवार को यहां कहा कि जब उन्हें पता चला कि टी-20 विश्वकप ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है तो उनका दिल बाग बाग हो गया था।
फॉर्म में वापसी करने के बाद कोहली ने विश्वकप में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है। उन्होंने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 82 रन की बेहतरीन पारी खेलकर अपने अभियान की शुरुआत की और बुधवार को यहां बांग्लादेश के खिलाफ 44 गेंदों पर 64 रन की शानदार पारी खेली।
कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच समाप्त होने के बाद कहा, जैसे ही मुझे पता चला कि विश्वकप ऑस्ट्रेलिया में होना है तो मेरा दिल बाग बाग हो गया था। मैं जानता था कि अच्छे क्रिकेटिया शॉट को खेलना अहम होगा। मैं जानता था ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव टीम के लिए बहुत फायदेमंद होगा।कोहली ने बारिश से प्रभावित मैच में सर्वाधिक रन बनाए। भारत ने इस रोमांचक मैच में पांच रन से जीत दर्ज की।
उन्होंने कहा, आज का मैच काफी करीबी था, लेकिन उतना करीबी नहीं जितना हम पसंद करते। बल्लेबाजी में यह एक और अच्छा दिन था। जब मैं क्रीज पर उतरा तो टीम पर दबाव था। मैं गेंद को अच्छी तरह से समझ रहा था। मैं अच्छा महसूस कर रहा था लेकिन मैं किसी चीज की तुलना नहीं करना चाहता। जो अतीत में हुआ वह बीती बात है।
कोहली के लिए एडिलेड ओवल का मैदान उनके लिए हमेशा भाग्यशाली रहा है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक इसी मैदान पर लगाया था और दो साल बाद टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के रूप में पदार्पण करते हुए दोनों पारियों में शतक लगाए थे।
उन्होंने कहा, मुझे इस मैदान पर खेलना बहुत पसंद है। नेट्स से लेकर मैदान में उतरने तक मुझे यहां घर जैसा अहसास होता है। मेलबर्न में खेली गई पारी का अपना महत्व है लेकिन जब मैं यहां आया तो वह अलग तरह का अहसास होता है और मैं अपनी बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठाता हूं।