बर्मिंघम। 5 टेस्ट, 10 पारियां और मात्र 134 रन... पहला टेस्ट, पहली पारी और 149 रन। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लिश जमीन पर अपनी पहली टेस्ट शतकीय पारी से न केवल कई रिकॉर्ड बनाए बल्कि अपना कद एवरेस्ट सरीखा कर लिया।
विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन 149 रनों की बेहतरीन पारी खेली और भारत को पतन से बचा लिया। यह ऐसी पारी है जिसकी मुक्त कंठ से सर्वत्र सराहना हो रही है। इस टेस्ट से 1 दिन पहले विराट से 4 साल पहले की सीरीज के खराब प्रदर्शन को लेकर सवाल पूछा गया था लेकिन दूसरे दिन के खेल के बाद सभी को अपना जवाब मिल गया।
यह बात अलग है कि विराट इसे अपना सर्वश्रेष्ठ शतक नहीं मानते हैं। उन्होंने इस पारी को एडिलेड में 4 साल पहले खेली गई 141 रनों की पारी के बाद दूसरे नंबर पर रखा है। विराट ने कहा कि यह एडिलेड की पारी के बाद दूसरे नंबर पर रहेगी। एडिलेड की पारी मेरे लिए बहुत खास है। वह दूसरी पारी थी और हम 5वें दिन 364 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे थे।
भारतीय कप्तान ने कहा कि मेरे दिमाग में साफ था कि हमें लक्ष्य हासिल करना है। यह सोचकर बहुत अच्छा लगता है। मैं उस पारी को ज्यादा बेहतर मानता हूं। विराट ने दोनों पारियों में शतक जमाए थे, लेकिन भारत 48 रनों से हार गया था।
इंग्लैंड की जमीन पर अपने पहले शतक के बारे में पूछे जाने पर विराट ने कहा कि यह सिर्फ पहले मैच में शतक की बात नहीं है, बल्कि इस लय को बरकरार रखना जरूरी है। मैं आउट होने से निराश हुआ, क्योंकि हम 10-15 रन की बढ़त बना सकते थे लेकिन मैं अपनी तैयारियों से खुश हूं और मैं दुनिया की परवाह नहीं करता।
विराट ने साथ ही कहा कि यह कड़ी चुनौती थी और हमारे 8 विकेट गिर चुके थे लेकिन मैंने खुद से कहा कि इस चुनौती का लुत्फ उठाना जरूरी है। यह मानसिक और शारीरिक क्षमता की परीक्षा थी, लेकिन मुझे खुशी है कि मैं इस परीक्षा में पास हुआ और हम उनके स्कोर के करीब पहुंचे।
भारतीय कप्तान ने अपने 22वें शतक से कई रिकॉर्ड स्थापित किए। विराट का इंग्लैंड के खिलाफ यह चौथा और इंग्लैंड की धरती पर पहला शतक था। विराट ने इस शतक के साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 1,000 रन भी पूरे कर लिए हैं। विराट ने अपनी पारी का 23वां रन बनाने के साथ ही ये आंकड़ा छू लिया। विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने 15वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की।
विराट ने अपनी 113वीं पारी में 22वां शतक लगाया और इस क्रम में वे चौथे नंबर पर आ गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन ने केवल 58 पारियों में 22 शतक लगाए थे जबकि भारत के महातम ओपनर सुनील गावस्कर ने 101 पारियों में यह मुकाम हासिल किया था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने 108 पारी में 22 शतक लगाए हैं। विराट ने रिकॉर्डों के बादशाह सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा जिन्होंने 114 पारियों में 22 शतक लगाए थे।
कप्तान रहते हुए विराट का यह 15वां शतक है और वे ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर, स्टीव वॉ और स्टीव स्मिथ की बराबरी पर आ गए हैं। इस मामले में विश्व रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ के नाम पर है जिन्होंने टेस्ट कप्तान रहते 25 शतक बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने टेस्ट कप्तान रहते 19 शतक बनाए हैं।
विराट उन भारतीय खिलाड़ियों में भी शामिल हो गए हैं जिन्होंने इंग्लैंड की धरती पर अपने पहले ही टेस्ट में कप्तानी करते हुए फिफ्टी प्लस का रिकॉर्ड बनाया। विराट से पहले विजय हजारे, मंसूर अली खां पटौदी, अजित वाडेकर और मोहम्मद अजहरुद्दीन भी ऐसा कर चुके हैं।
विराट ने भारत की पारी के कुल स्कोर में आधे से ज्यादा रनों का योगदान अकेले दिया। प्रतिशत के लिहाज से भारतीय पारी के 54.37 फीसदी रन विराट ने जोड़े। ऐसा करने वाले वे भारत के दूसरे कप्तान बने हैं। इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी पहले नंबर पर हैं। धोनी (82) ने 2014 में इंग्लैंड के ही खिलाफ ओवल में भारतीय पारी (148) में 55.41 फीसदी रन जोड़े थे। (वार्ता)