हैदराबाद। कप्तान विराट कोहली और सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने शतक जड़कर बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच का पहला दिन आज यहां भारत के नाम किया। कोहली 111 रन बनाकर खेल रहे हैं जबकि विजय ने 108 रन बनाए।
इन दोनों के अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 83 रन की पारी खेली और विजय के साथ दूसरे विकेट के लिये 178 रन की साझेदारी करके भारत को शुरू में मिले झटके से उबारा। इन तीनों के उपयोगी योगदान से भारत ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 356 रन बनाए हैं। स्टंप उखड़ने के समय कोहली के साथ अंजिक्य रहाणे 45 रन पर खेल रहे थे़, जिन्होंने चोट से उबरने के बाद वापसी की है।
बांग्लादेश ने पहले ओवर में लोकेश राहुल (2) का विकेट हासिल कर दिया था लेकिन इसके बाद उसके गेंदबाज भारत के अनुभवी बल्लेबाजों के सामने दिन भर जूझते रहे। विजय, पुजारा और कोहली ने उसके कमजोर गेंदबाजी आक्रमण सामने सहजता से रन बटोरे।
मुरली विजय का टेस्ट करियर में नौवां शतक
विजय ने अपना नौवां शतक पूरा किया जबकि कोहली ने दिन के आखिरी क्षणों में 16वां टेस्ट शतक जमाया। कोहली ने अब तक अपनी पारी में 141 गेंदों का सामना करके 12 चौके लगाए हैं जबकि विजय ने 160 गेंदें खेली तथा 12 चौके और एक छक्का लगाया।
पुजारा हालांकि शतक से चूक गए। युवा ऑफ स्पिनर मेहदी हसन मिराज की गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर कप्तान मुशफिकुर रहीम के दस्तानों में समा गई। पुजारा ने 177 गेंद का सामना करके नौ चौके लगाए। बांग्लादेश ने तीनों सत्र में एक-एक विकेट लिया।
ताईजुल इस्लाम ने तीसरे सत्र में विजय का मिडिल स्टंप उखाड़कर भारत को तीसरा झटका दिया लेकिन इसके बाद रहाणे ने कोहली का अच्छा साथ दिया। ये दोनों अब तक चौथे विकेट के लिए 122 रन जोड़ चुके हैं। (
मुरली विजय 35 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली भी रहे, जब पुजारा के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट होने से बचे। भारतीय बल्लेबाजी में पुजारा ने धैर्य की शानदार मिसाल पेश की, विजय के शॉट लाजवाब थे जबकि कोहली ने भी गेंदबाजों पर किसी तरह का रहम नहीं दिखाया, जिससे भारतीय टीम ने पूरा दबदबा बनाए रखा।
प्रत्एक पारी अपने आप में खास थी और अब भारतीय टीम पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करके बांग्लादेश को मैच से बाहर करने की कोशिश करेगी। पिच धीमी पड़ती जा रही है और ऐसे में बाद में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरे भारत ने मैच की चौथी गेंद पर ही राहुल का विकेट गंवा दिया। वह तेज गेंदबाज तास्किन अहमद की मैच की चौथी गेंद पर ही कवर ड्राइव लगाने की कोशिश में इसे विकेटों पर खेल गए।
इसके बाद पुजारा और विजय ने बखूबी जिम्मेदारी संभाली। इन दोनों ने सातवीं बार शतकीय साझेदारी की और भारत की ओर से सर्वाधिक शतकीय साझेदारी के मामले में वे गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ के साथ संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं। सबसे अधिक शतकीय साझेदारी का भारतीय रिकार्ड संयुक्त रूप से मोहिंदर अमरनाथ और सुनील गावस्कर तथा राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग के नाम है, जिन्होंने आठ-आठ बार यह कारनामा किया है।
पुजारा ने छठे ओवर में कामरूल इस्लाम रब्बी की गेंद पर प्वाइंट क्षेत्र में पहला चौका जड़ा। बांग्लादेश ने 11वें ओवर में जब पहले बदलाव के रूप में सौम्य सरकार को उतारा तो भारतीय बल्लेबाजों ने खुलकर शाट खेलने शुरू किए। पुजारा ने सरकार पर चौका जड़ा जबकि विजय ने रब्बी की गति और अतिरिक्त उछाल का फायदा उठाकर पुल करके तीन चौके मारे। उन्होंने तास्किन पर कवर ड्राइव से भी चार रन बटोरे।
लंच के बाद विजय ने विरोधी टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज साकिब अल हसन को निशाना बनाया और उन पर चौके के साथ अर्धशतक पूरा किया। पहले सत्र में रब्बी पर तीन चौके जड़ने के बाद विजय ने इस तेज गेंदबाज की शार्ट गेंदों को फिर सबक सिखाया। तमिलनाडु का इस बल्लेबाज ने साकिब पर सीधे छक्के के साथ अपना स्कोर 70 रन के पार पहुंचाया लेकिन 90 के स्कोर को पार करने के बाद उन्होंने सतर्कता दिखाई।
विजय के पुल शॉट देखने लायक थे तो कोहली ने कई खूबसूरत ड्राइव लगाए। तास्किन अहमद पर लगाया गया भारतीय कप्तान का पुश दर्शनीय था। कोहली आसानी से रन बटोर रहे थे और उन्होंने मेहदी हसन पर मिडविकेट पर चौका लगाकर जब अपना शतक पूरा किया, तब उसका अन्य शतकों की तरह खुलकर जश्न नहीं मनाया।
पुजारा ने इस प्रथम श्रेणी सत्र में अपने कुल रनों की संख्या 1605 पर पहुंचा दी है। इससे उन्होंने चंदू बोर्डे का 52 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। रब्बी ने लगातार शॉर्ट पिच गेंदें की और उन पर 13 चौके लगे। इस तेज गेंदबाज ने अपने 17 ओवरों में 91 रन दिए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। (भाषा)