चेन्नई। भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली इंग्लैंड की पिचों तथा परिस्थितियों को समझने के लिए वहां काउंटी क्रिकेट खेलने पर विचार कर रहे हैं।
भारत को 2018 में टेस्ट सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड का दौरा करना है, लेकिन विश्व में दूसरे नंबर के टेस्ट बल्लेबाज विराट का रिकॉर्ड इंग्लैंड में ठीक नहीं रहा है। उन्होंने इंग्लैंड की धरती पर 10 टेस्ट पारियों में मात्र 138 रन ही बनाए हैं, लेकिन अब वे अपने इस रिकॉर्ड को सुधारने के लिए टीम के दौरे से पहले वहां पर काउंटी क्रिकेट खेलकर वहां की पिचों और परिस्थितियों को समझना चाहते हैं।
विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले 5वें और अंतिम टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि मुझे मौका मिलता है तो मैं निश्चित रूप तौर पर वहां जाना चाहूंगा। भारत के इंग्लैंड दौरे से 1 महीने या डेढ़ महीने पर मैं वहां पर जाना चाहूंगा और वहां की विकेट तथा परिस्थितियों को समझने के लिए काउंटी क्रिकेट खेलना चाहूंगा। मैं इस पर विचार कर रहा हूं।
विराट इंग्लैंड में तेज गेंदबाजों के आगे ऑफ स्टंप्स की गेंदों पर जूझते नजर आए हैं, हालांकि भारत में इंग्लैंड के खिलाफ विराट के बल्ले से खूब रन निकले हैं। भारतीय टेस्ट कप्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू पिचों पर 14 पारियों में 824 रन बनाए हैं और यहां होने वाले 5वें टेस्ट में वह इसमें और इजाफा कर सकते हैं। भारत ने इस सीरीज में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए लगातार 3 टेस्ट जीतकर 3-0 की अपराजेय बढ़त बना ली है और अब उसका लक्ष्य इंग्लिश टीम को 4-0 की हार का कड़वा घूंट पिलाना है।
विराट ने कहा कि एक समय पर हम केवल खेल पर ध्यान देते हैं। टीम उसी आक्रामकता के साथ मैदान में उतरेगी जिस आक्रामकता के साथ हमने पिछले टेस्ट में जीत दर्ज की थी। हर दिन और हर गेम अलग होता है, लेकिन सभी मैचों में हम आक्रामकता के साथ ही मैदान में उतरते हैं चाहे मैच हारें, जीतें या ड्रॉ हो। हम स्कोर पर ध्यान नहीं देते बल्कि अपना स्वाभाविक खेल खेलते हैं। उन्होंने अपने निचले क्रम के बल्लेबाज खासकर स्पिनरों की जमकर तारीफ की।
भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि निचले क्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। अश्विन ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से अन्य बल्लेबाजों के लिए एक उदाहरण पेश किया है। जडेजा ने मोहाली में अच्छा प्रदर्शन किया। जयंत अश्विन और जडेजा को देखकर काफी कुछ सीख रहे हैं। इसके अलावा हमारे तेज गेंदबाजों ने भी बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है। टेस्ट कप्तान ने मुंबई में शानदार 235 रन बनाए जिसमें 1 भी छक्का शामिल नहीं था।
कप्तान ने कहा कि मैं हमेशा परिस्थितियों के हिसाब से खेलता हूं। मुझे लगा वहां पर छक्के की जरूरत नहीं है। जब मैं 150 के पास पहुंचा तो मैं काफी उत्साहित था इसलिए मैंने स्ट्राइक रोटेट करने पर ज्यादा ध्यान दिया। टीम में मैं अपनी जिम्मेदारी समझता हूं और एक प्लान के अनुसार ही खेलता हूं। विराट ने ऑलराउंडर जयंत यादव की तारीफ करते हुए कहा कि उनमें एक सफल क्रिकेटर बनने के गुण मौजूद हैं। (वार्ता)