कानपुर। इंडियन प्रीमियर लीग में यजुवेंद्र चहल और परवेज रसूल की अगुवाई कर चुके भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ गुरुवार से शुरू होने वाली 3 टी-20 मैचों की श्रृंखला में इन दोनों स्पिनरों के पास सबसे छोटे प्रारूप का विशेषज्ञ गेंदबाज बनने का सुनहरा मौका रहेगा।
रविचन्द्रन अश्विन और रवीन्द्र जडेजा को टी-20 श्रृंखला से विश्राम दिया गया है और इसलिए स्पिन विभाग की जिम्मेदारी चहल और रसूल जैसे युवा गेंदबाजों पर होगी। कोहली ने इस बारे में कहा कि इन गेंदबाजों को आईपीएल में खेलने का अच्छा अनुभव है, जो यहां भी काम आएगा।
कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा कि जिन खिलाड़ियों को टीम में लिया गया है उन्होंने आईपीएल और घरेलू टी-20 में अच्छा प्रदर्शन किया है। वे किफायती रहे हैं और सही क्षेत्र में गेंदबाजी करते हैं। उन्हें अभी तक बड़ी श्रृंखला में खेलने का मौका नहीं मिला और इसलिए यह उनके पास टी-20 विशेषज्ञ के रूप में अपनी जगह पक्की करने का अच्छा मौका होगा।
उन्होंने कहा कि चहल का प्रदर्शन हर किसी ने देखा है और रसूल भी आरसीबी में मेरी कप्तानी में खेल चुका है इसलिए मैं जानता हूं कि वह किस तरह की गेंदबाजी करता है। वह (रसूल) आत्मविश्वास से भरा है। वह दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाज के सामने भी नई गेंद से गेंदबाजी कर सकता है।
उन्होंने कहा कि ये दोनों (रसूल और चहल) बहुत समझदारी से गेंदबाजी करते हैं। वे कुछ गेंदें खाली डालकर दबाव बना सकते हैं और इससे आपको विकेट मिलते हैं। यह इन दोनों के लिए महत्वपूर्ण श्रृंखला है और उनके पास टी-20 विशेषज्ञ के रूप में भारतीय टीम में जगह बनाने का यह सुनहरा मौका है।
उन्होंने कहा कि यह श्रृंखला कई खिलाड़ियों के लिए फिर से फॉर्म में लौटने या टीम में अपना स्थान पक्का करने के लिए शानदार मौका है इसलिए हर किसी को इस टीम में शामिल किया गया है, क्योंकि हमें उन पर विश्वास है, हमें उन पर भरोसा है। वे भविष्य में भी योगदान दे सकते हैं। आखिर में यह एक खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह कितना तैयार है और वह मौके का फायदा उठाने के लिए कितना बेताब है।
कोहली ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि टीम संयोजन में बहुत अधिक बदलाव की संभावना नहीं है और साथ ही जोड़ा कि वे भी पारी का आगाज कर सकते हैं, जैसे कि वे आईपीएल में आरसीबी की तरफ से भी कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अभी यह (संयोजन तैयार करना) आसान है। समस्या तब आती है जबकि निरंतरता का अभाव हो। हम कुछ मैचों के बाद ही सर्वश्रेष्ठ संयोजन का पता कर पाएंगे। पहले मैच में आपके पास एक तय लाइन अप होगी लेकिन अगर बल्लेबाजी क्रम में निरंतरता मसला बनता है तो फिर यह मुश्किल होती है कि आप उस खिलाड़ी को टीम में बनाए रखना चाहते हैं या नहीं?
कोहली ने खुद के पारी के आगाज करने के बारे में कहा कि सभी तरह की संभावनाएं हैं। आईपीएल में आपके पास ज्यादा भारतीय बल्लेबाज नहीं होते हैं, क्योंकि वे कई फ्रेंचाइजी टीमों से जुड़े रहते हैं। जहां तक भारतीय बल्लेबाजों का सवाल है तो यहां आपके पास काफी विकल्प होते है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं पारी का आगाज कर सकता हूं। यह टीम के संतुलन पर निर्भर करता है। मैंने केवल 1 या 2 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में पारी की शुरुआत की है लेकिन मुझे आईपीएल में ओपनिंग का अनुभव है। जरूरत पड़ने पर मैं ऐसा कर भी सकता हूं और नहीं भी। (भाषा)