पल्लेकेल। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने शुक्रवार को कहा कि श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में टीम में परिवर्तन की ज्यादा गुंजाइश नहीं है लेकिन चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है।
विराट ने तीसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर युवा चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप की जमकर तारीफ करते हुए कहा, टीम में कुलदीप जैसे युवा खिलाड़ी आ रहे हैं जिनमें गज़ब का आत्मविश्वास है और वे किसी भी परिस्थिति में और किसी भी टीम के खिलाफ आक्रामक तेवर के साथ गेंदबाजी करने को तैयार रहते हैं। आप कुलदीप को जब भी गेंद थमाओ और हालात चाहे जैसे भी हों वे आक्रामकता के साथ गेंदबाजी के लिए तैयार रहते हैं।
कप्तान ने कहा, कुलदीप ने इस बात को धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में साबित किया था जहां विकेट ज्यादा टर्न नहीं ले रहा था। उसमें ऐसी क्षमता है जो कम गेंदबाजों में पाई जाती है। वे कप्तान का काम भी आसान करते हैं और उन्हें आज खेलने का मौका मिल सकता है।
कुलदीप ने अब तक एक टेस्ट खेला है और टीम में रवींद्र जडेजा तथा रविचंद्रन अश्विन के मौजूद रहने के कारण वह पहले दो टेस्ट में बाहर बैठे थे। लेकिन जडेजा एक मैच के निलंबन के कारण तीसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। जडेजा की जगह लेने के लिए भारत से लेफ्ट अार्म स्पिनर अक्षर पटेल को बुलाया गया है। लेकिन कप्तान के इन शब्दों से लगता है कि कुलदीप को विदेशी जमीन पर अपना पहला टेस्ट खेलने का मौका भी मिल सकता है। कुलदीप ने भी दो दिन पहले कहा था कि यदि कप्तान का भरोसा हो तो खिलाड़ी का आधा काम हो जाता है।
विराट ने साथ ही यह भी संकेत दे दिया कि टीम में ज्यादा परिवर्तन की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा तीसरे मैच के लिए भी हम लगभग वही टीम बरकरार रखेंगे जो दूसरे मैच में खेली थी। ऐसे प्रारूप में आप ज्यादा परिवर्तन नहीं कर सकते और न ही ज्यादा प्रयोग कर सकते। ज्यादा प्रयोग करने से आपकी लय खराब हो सकती है। इसलिए हम लगभग पिछले मैच की टीम को ही बरकरार रखेंगे।
सीरीज में 3-0 की ऐतिहासिक क्लीन स्वीप को लेकर विराट ने कहा इस तरह की बातों से आपका ध्यान भंग होता है। हम इसे एक अन्य मैच की तरह लेकर खेलेंगे और जीतने की कोशिश करेंगे। कोई ढिलाई नहीं की जाएगी और मैच पूरी गंभीरता के साथ खेला जाएगा। हम हर सत्र और हर दिन को एकसमान भावना के साथ खेलेंगे।
टीम के कल अभ्यास नहीं करने पर विराट ने कहा, कल हमने स्वेच्छा से अभ्यास नहीं किया था जबकि उसके एक दिन पहले हमने कड़ा अभ्यास किया था। श्रीलंका में काफी गर्मी और उमस रहती है और ऐसे में ज्यादा अभ्यास खिलाड़ियों खासकर गेंदबाजों को थका सकता है और फिर मैच में खिलाड़ियों को थकावट का सामना करना पड़ सकता है। हम परिस्थितियों के हिसाब से ही अपना अभ्यास करते हैं।
अंतिम एकादश से बाहर बैठे खिलाड़ियों को संभालने की रणनीति पर कप्तान ने हंसते हुए कहा, ये खिलाड़ी काफी समझदार हैं और टीम की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं। यह जरूरी नहीं है कि सबको मौका मिल जाए। हर किसी को उसका समय आने पर मौका मिलता है और इसके लिए उन्हें खुद को लगातार तैयार रखना होता है। (वार्ता)