बेंगलुरू: पिछले 28 महीने से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं जमा सके विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में जब अपने आईपीएल मैदान पर उतरेंगे तो नजरें उन्हीं के बल्ले पर रहेंगी।
28 महीने से है शतक का इंतजार
कोहली ने आखिरी बार बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में नवंबर 2019 में गुलाबी गेंद टेस्ट में ही शतक जमाया था। उन्होंने उस पारी में 136 रन बनाये थे।उसके बाद से भारतीय कप्तान 28 पारियां खेल चुके हैं लेकिन टेस्ट शतक नहीं बना सके। उन्होंने छह बार 50 से अधिक का स्कोर बनाया और सर्वोच्च स्कोर इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 79 रन था।पूर्व कप्तान विराट भारत के लिए पिंक बॉल टेस्ट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने चार पारियों में 60.25 के औसत से 241 रन बनाए हैं।
अब वह एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर लौट रहे हैं जिस पर उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर आईपीएल खेलती है। मैदान से वाकफियत होने का भी उन्हें फायदा मिलेगा।
विश्व क्रिकेट में अपना अलग मुकाम बना चुके कोहली जब भी मैदान पर उतरते हैं तो उनसे काफी अपेक्षायें होती हैं। मैदान से भीतर और बाहर अपने कैरियर के सबसे चुनौतीपूर्ण दौर से जूझ रहे कोहली की बीसीसीआई से ठनने और फिर वनडे टीम की कप्तानी से हटाये जाने से उन पर दबाव बढा है।श्रीलंका के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण के सामने हालांकि अपने मनचाहे मैदान पर वह बल्ले की खामोशी दूर कर सकते हैं।
मोहाली टेस्ट में भी उन्होंने अच्छी शुरूआत की थी लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल सके। ऐसा नहीं है कि वह अच्छा खेल नहीं पा रहे। वह गेंद को बखूबी मार रहे हैं लेकिन जिस धाराप्रवाह अंदाज में वह खेलते हैं, वह नजर नहीं आ रहा और कई बार उनकी एकाग्रता भी भंग हो रही है।थकाऊ कार्यक्रम भी इसकी एक वजह हो सकता है और बढती उम्र भी। क्रिकेट के मैदान से इतर विवादों का असर भी उनके प्रदर्शन पर पड़ा है।
इन्हें मिल सकता है भारत की टीम में मौका
गुलाबी गेंद का टेस्ट होने पर अंतिम एकादश में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज या फिट होकर लौटे हरफनमौला अक्षर पटेल को जयंत यादव की जगह उतारा जा सकता है।जयंत मोहाली में कुछ खास नहीं कर सके थे। श्रीलंकाई पारी की हालत खस्ता होने पर भी वह दोनों पारियों में कोई विकेट नहीं ले सके थे।
अक्षर ने आखिरी बार गुलाबी गेंद टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 11 विकेट लिये थे। दूसरी पारी में उन्होंने गेंदबाजी की शुरूआत भी की थी। वैसे पिच पर घास होने पर सिराज बेहतर विकल्प होंगे।
टीम में और बदलाव होने की उम्मीद कम है लेकिन देखना होगा कि क्या हनुमा विहारी को तीसरे नंबर पर फिर मौका मिलता है। कप्तान रोहित शर्मा कह चुके हैं कि अभी तय नहीं है कि विहारी किस क्रम पर उतरेंगे।
श्रीलंका की बढ़ी मुश्किलें
दूसरी ओर श्रीलंकाई टीम पहले ही भारत के सामने हर मामले में उन्नीस साबित हुई है और उसे तेज गेंदबाज लाहिरू कुमारा की कमी भी खलेगी जो हैमस्ट्रिंग चोट के कारण बाहर हैं। दुष्मंता चामीरा भी उनकी जगह नहीं लेंगे क्योंकि वह चोटिल है।
कप्तान दिमुथ करूणारत्ने को मोर्चे से अगुवाई करनी होगी ताकि पहले मैच की तरह उन्हें शर्मनाक हार नहीं झेलनी पड़े। अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज से भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
अपनी आखिरी श्रृंखला में सिर्फ तेज गेंदबाज सुरंग लकमल ही चार से कम की इकॉनामी रेट से गेंदबाजी कर सके हैं। बाकी गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए।
भारतीय टीम के लिये 2022 में अपनी धरती पर यह आखिरी टेस्ट है। मौजूदा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र में सात और टेस्ट खेले जाने हैं। टीम दो टेस्ट मैच खेलने बांग्लादेश जायेगी और फिर आस्ट्रेलियाई टीम चार टेस्ट के लिये 2023 में आयेगी। इंग्लैंड दौरे पर बचा हुआ एक टेस्ट भी खेलना है। भारत को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिये ये सारे मैच जीतने होंगे।