मुंबई:विराट कोहली की आज की प्रेस वार्ता में भले ही कोहली ने कहा हो की बीसीसीआई ने उनसे कप्तानी के मसले पर संवादहीनता रखी है लेकिन उन्होंने यह माना की टीम में कोई गुटबाजी मौजूद नहीं है। खासकर उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके और रोहित शर्मा के बीच में कोई खट्टास नहीं है।
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कहा कि वह कभी ऐसा कुछ नहीं कर सकते जिससे टीम की छवि खराब हो। उन्होंने आश्वस्त किया कि उनका नए वनडे कप्तान रोहित शर्मा को पूरा समर्थन रहेगा और इसके साथ ही उन्होंने रोहित के साथ अनबन होने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया।
विराट ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पूर्व आज यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,"मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं टीम को हमेशा सही दिशा में ले जाऊं, जो मैं तब भी चाहता था जब मैं कप्तान भी नहीं बना था। मेरी यह मानसिकता न कभी बदली है और न ही कभी बदलेगी।
उन्होंने नए वनडे कप्तान रोहित शर्मा की सराहना करते हुए कहा,'' रोहित एक बेहद अच्छे कप्तान हैं और रणनीतिक तौर पर भी शानदार हैं। हमने आईपीएल में भी उनको कप्तानी करते हुए देखा है और भारत की कप्तानी करने के दौरान भी। लिहाज़ा रोहित और राहुल भाई, जो एक सुलझे हुए कोच हैं और बेहतरीन मैनेजर भी, उन दोनों को ही मेरा समर्थन रहेगा और मैं अपना शत-प्रतिशत देते हुए टी20आई और वनडे में टीम को सही दिशा में ले जाने की कोशिश करूंगा।"
कोहली ने उन बातों को भी बकवास क़रार दिया जिसमें कहा जा रहा था कि उनके और सफ़ेद गेंद के नए कप्तान रोहित शर्मा के बीच अनबन चल रही है।उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी कहा है और फिर कहूंगा मेरे और रोहित के बीच में कोई मतभेद नहीं है, मैं इन बातों का खंडन करते हुए थक गया हूं, बार बार एक ही चीज़ पूछी जाती है। मैं बस इतना कहूंगा कि जब तक मैं क्रिकेट खेल रहा हूं अपनी तरफ़ से कुछ ऐसा नहीं कर सकता जिससे टीम की छवि ख़राब हो। भारतीय क्रिकेट के प्रति यही मेरी प्रतिबद्धता है।"
कोहली का भारतीय वनडे क्रिकेट टीम की कप्तानी करने का पांच साल का कार्यकाल अब थम गया है। जबकि इस दौरान उनका रिकॉर्ड बेमिसाल रहा है - वैसे 60 कप्तान जिन्होंने 50 या उससे ज़्यादा में पुरुष वनडे टीम का नेतृत्व किया हो, उनमें से कोहली से अच्छा जीत का रिकॉर्ड सिर्फ़ तीन कप्तान के नाम है। कोहली को कप्तानी से हटाने के पीछे बीसीसीआई का एक ही कारण हो सकता है और वह ये कि उनकी कप्तानी में भारत ने आज तक कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता।
2017 चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत रनर अप रहा था, जबकि 2019 50 ओवर विश्वकप में टीम इंडिया को सेमीफ़ाइनल में हार मिली थी। पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में संपन्न हुए टी20 विश्वकप में भारत को लगातार पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद भारत पहले दौर से आगे नहीं जा पाया था।
उन्होंने कहा, "मैं समझ सकता हूं कि मेरी कप्तानी में कोई आईसीसी टूर्नामेंट न जीतना इस फ़ैसले का एक बड़ा कारण रहा होगा। लेकिन ये फ़ैसला सही है या ग़लत इसपर किसी तरह की चर्चा की ज़रूरत नहीं। जिस तरह से मुझे बताया गया, मैंने ये पहले ही आपको बता दिया है। कप्तानी के बारे में बस मैं ये बोलना चाहूंगा कि इसके प्रति मैं बिल्कुल ईमानदार रहा और अपनी ज़िम्मेदारी पूरी क़ाबिलियत के साथ निभाई।"
क्या अब सफ़ेद गेंद में कप्तान न होने से उनकी बल्लेबाज़ी बेहतर होगी, इस बारे में पूछने पर विराट ने कहा,"देखिए, मैं इसपर ये नहीं कह सकता कि कप्तान नहीं हूं तो इसका असर बल्लेबाज़ी पर सकारात्मक पड़ेगा। ये ऐसी चीज़ है जिसकी कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता। मैं हमेशा ही हर परिस्तिथि के लिए तैयार रहता हूं और अच्छा करने की कोशिश करता हूं।"