विराट कोहली पिछले 2 साल से अक्सर ऑफ साइड में बाहर जाती गेंदो का शिकार बने हैं। इसके अलावा कभी कभी एक बेहतरीन गेंद आ जाती थी जिसके कारण वह अपना विकेट खो बैठते थे।
लेकिन मंगलवार को वह तीसरे टेस्ट के पहले दिन कसम खा कर उतरे थे कि ऑफ साइड की गेंद जो शंका के गरियारे में टप्पा खा चुकी है उसे अपने बल्ले से नहीं लगाएंगे। इसका परिणाम भी विराट कोहली को सुखद मिला।
विराट कोहली 17 टेस्ट पारियों बाद 70 रनों के आंकड़ो को छू पाए। अगर दूसरे छोर से विकेट नहीं गिरते तो शायद उनके 2 साल से चले आ रहे शतक का इंतजार भी खत्म हो जाता ,लेकिन इसके बावजूद कोहली के फैंस को निराश होने की जरूरत नहीं है।
अगर दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर विराट इस इंतजार को खत्म नहीं कर पाए तो आने वाले घरेलू दौरेों में जरूर वह यह काम कर पाएंगे क्योंकि उनके सामने कमजोर टीमें भी होंगी और अब वह एक योजना के तहत बल्लेबाजी कर रहे हैं।
बल्लेबाजी कोच को विराट की पारी लगी अभूतपूर्व
भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट में खेली गई कप्तान विराट कोहली की पारी की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'अभूतपूर्व' करार दिया।
कोहली ने मंगलवार को पहले दिन अपनी पारी में 201 गेंदों में 79 रन बनाए। उन्हें कैगिसो रबादा ने आउट किया। मंगलवार को यहां तीसरे और श्रृंखला के निर्णायक टेस्ट के पहले दिन भारतीय कप्तान की बल्लेबाजी में धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाई दिया।हालांकि कोहली का किसी बल्लेबाज ने साथ नहीं दिया। इस दौरान उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों पर आक्रमण जारी रखा।
राठौर ने पहले दिन के खेल के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "विराट ने अद्भुत बल्लेबाजी की । कोहली जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहे थे, उन्हें कभी कोई परेशानी नहीं हो रही थी। वह नेट्स में बहुत अच्छा खेल रहे थे।"उन्होंने कहा, "हां, बाहर जाती गेंदें कठिनाई में डाल रहीं थीं, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों जिस तरह से गेंदबाजी कर रहे थे, विराट ने उन्हें अच्छी तरह से खेला।'
कोहली और चेतेश्वर पुजारा (43) के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज प्रभाव नहीं डाल सका और भारत 223 रनों पर सिमट गया। बल्लेबाजी कोच ने माना कि मेहमान टीम थोड़ी पिछड़ी हुई है। राठौर ने कहा, "आज हम पीछे रह गए । हमें 50-60 रन और बनाने चाहिए थे। दक्षिण अफ्रीका ने शानदार गेंदबाजी की।"
दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर और एडेन मार्कराम जब बल्लेबाजी करने आए, तो दिन में केवल आधे घंटे का खेल बचा था. इस स्थल पर 2018 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले जसप्रीत बुमराह को शुरुआती सफलता मिली।
तेज गेंदबाज को दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एल्गर (3) का बड़ा विकेट मिला । वह स्लिप में कैच थमा बैठे। खेल खत्म होने तक मार्कराम (नाबाद 8) और केशव महाराज (नाबाद 6) रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे।