बेंगलुरु। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक मैच में 75 रन से मिली शानदार जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया है।
भारत ने सुरेश रैना और महेंद्र सिंह धेानी के अर्धशतकों की बदौलत छह विकेट पर 202 रन का विशाल स्कोर बनाया और फिर अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड को 16.3 ओवर में 127 रन पर समेट कर 75 रन से मैच और सीरीज 2-1 से अपने नाम कर लिया।
विराट ने अपनी कप्तानी में पहली ट्वंटी-20 सीरीज जीतने के बाद कहा, मिश्रा ने अच्छी शुरुआत की और इसके बाद चहल ने दो ओवर में पांच विकेट लेकर जीत सुनिश्चित कर दी। मुझे अपने गेंदबजों पर पूरा विश्वास था और उन्होंने काफी विश्वास के साथ गेंदबाजी की। सूखे विकेट पर दो लेग स्पिनर रहते हैं तो आपके लिए हमेशा मौके रहते है। मैं धोनी को ऊपर भेजना चाहता था लेकिन उन्होंने कहा कि वह नीचे आएंगे और इससे टीम को संतुलन मिलेगा।
कप्तान ने कहा, आईपीएल फाइनल के बाद से पहली बार हम यहां पर खेल रहे थे। यह मौका हमसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुए था। हम तीनों मैचों में टॉस हारे लेकिन टेस्ट, वनडे और ट्वंटी-20 सीरीज जीतने में कामयाब रहे। धोनी, आशु भाई (आशीष नेहरा) और युवी पा (युवराज सिंह) अनुभवी हैं और जब भी संभव होता है, मैं उनसे सलाह लेता हूं। सीरीज जीतने में सीनियरों का काफी योगदान रहा। (वार्ता)