नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन को आएपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब का प्रमुख कोच नियुक्त किए जाने के कुछ दिन बाद ही टीम के मेंटर और क्रिकेट संचालन प्रमुख वीरेंदर सहवाग ने पंजाब टीम से अपना नाता तोड़ लिया है।
पूर्व भारतीय धुरंधर ओपनर सहवाग ने ट्विटर पर अपने इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए खुद को किंग्स इलेवन पंजाब से अलग कर लिया। वह दो साल इस टीम के साथ खिलाड़ी के तौर पर खेले और तीन साल वह टीम के मेंटर रहे।
वनडे करियर में आठ हजार से ज्यादा रन बनाने वाले पूर्व भारतीय ओपनर सहवाग ने ट्विटर पर अपने इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए लिखा, 'सभी अच्छी चीजों का कोई अंत होता है। मैंने पंजाब टीम के साथ अच्छा समय गुजरा। मैं दो सत्र टीम के साथ खेला और तीन सत्र तक टीम का मेंटर रहा। मेरा किंग्स इलेवन पंजाब के साथ नाता अब समाप्त हो रहा है और मैं सभी का शुक्रिया अदा करता हूं कि मैंने अच्छा समय टीम के साथ बिताया। टीम को भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाएं।'
सहवाग पंजाब टीम के साथ बतौर खिलाड़ी साल 2014 में जुड़े थे। टीम के साथ दो सत्र खेलने के बाद वह 2016 में टीम के मेंटर बने और इस पद पर वह तीन साल तक रहे। 40 वर्षीय सहवाग आएपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेले हैं। उन्होंने आएपीएल में104 मैचों में 27.55 के औसत से 2728 रन बनाए, जिसमें दो शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं।
सहवाग के मेंटर रहते पंजाब की टीम 2017 में पांचवें और 2018 में सातवें स्थान पर रही। सहवाग के कार्यकाल में पंजाब टीम ने 17 मैच जीते और 23 हारे। उनके कार्यकाल में पंजाब की टीम 2017 में प्लेऑफ में पहुंचने से चूक गई थी। किंग्स इलेवन पंजाब ने एक बार भी आएपीएल ट्रॉफी नहीं जीती है।
पंजाब फ्रैंचाइजी ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉज के स्थान पर न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन को अपना प्रमुख कोच नियुक्त किया था, जिसके कुछ दिन बाद सहवाग ने यह फैसला किया।सहवाग का हट जाना पंजाब टीम के लिए भी एक तरह से अच्छा है क्योंकि अब हेसन को अपने फैसले लेने में आसानी रहेगी और किसी तरह का कोए टकराव नहीं होगा।