पाकिस्तान बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों की खेप रहा है। वसीम अकरम, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद आमिर और अब शाहीन शाह अफरीदी। लेकिन इन बड़े नामों में भी एक नाम रहा जो था 38 वर्ष के Wahab Riaz वहाब रियाज का जिन्होंने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा कह दिया।
पाकिस्तान के लिए साल 2011 से 2019 तक का विश्वकप खेलने वाले वहाब रियाज ने आज ट्वीट कर यह जानकारी अपने फैंस को दी। उन्होंने लिखा कि वह अपना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सफर को खत्म मान रहे हैं और उन्होंने अपने चाहने वालों और अपने कोच और साथी खिलाड़ियों का धन्यवाद अदा किया।
साल 2020 में ही इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने टेस्ट क्रिकेट से नमस्ते कर ली थी। उन्हें अक्टूबर 2018 के बाद पाकिस्तान की टेस्ट टीम में नहीं चुना गया जो इस प्रारूप से संन्यास लेने का मुख्य कारण था। टेस्ट में उन्होंने अपने समकालीन मोहम्मद आमिर के साथ पदार्पण किया था।
हालांकि उनका सबसे ज्यादा योगदान वनडे में आया और वह भी विश्वकप में। अपने करियर में खेले गए 3 वनडे विश्वकप में उन्होंने कुल 35 विकेट चटकाए जो अपने आप में प्रशंसनीय है।जब भी वाहब रियाज का नाम सामने आता है तो उनका वह स्पैल याद आता है जब उन्होंने वनडे विश्वकप 2011 सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ अपनी टीम को मोहाली में तब वापसी कराई थी जब भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तानी गेंदबाजों को धो रहे थे और भारत 5 ओवर मे ही 42 रन बना चुका था।
वाहब रियाज ने चटकाए 5 विकेट
पिछले लीग मैच में रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम ओवरों में बहुत महंगे साबित हुए थे इस कारण शाहिद अफरीदी ने कप्तान के तौर पर अपने जीवन का सबसे बड़ा जुआ खेला और उनकी जगह वाहब रियाज को मौका दिया जो सही साबित हुआ।
मैच के 26वें ओवर में पासा पलटा। रियाज ने तब विराट कोहली (9 रन) और युवराज (0 रन) को लगातार गेंद पर आउट किया। तालियों की गूँज के साथ क्रीज पर कदम रखने वाले युवराज थोड़ी सी स्विंग लेती नीची रहती फुलटास पर बोल्ड हुए।दर्शकों का दिल टूट गया। उनकी धड़कने बढ़ गई थी।यह लम्हा वाहब रियाज के लिए बहुत खास था क्योंकि जितनी तेज वह चिल्ला रहे थे मोहाली का पूरा स्टेडियम शांत हो गया था। हालांकि भारत यह मैच 31 रनों से जीत गया था।