वकार बोले, अफरीदी के कारण हारे टी20 मैच...
कराची , गुरुवार, 31 मार्च 2016 (17:40 IST)
कराची। पाकिस्तान के कोच वकार यूनुस ने पाकिस्तानी टीम के टी-20 विश्वकप में खराब प्रदर्शन का ठीकरा कप्तान शाहिद अफरीदी के सर फोड़ते हुए कहा है कि वह बल्ले और गेंद के साथ-साथ कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
वकार ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को सौंपी छह पेज की अपनी रिपोर्ट में कप्तान अफरीदी पर एशिया कप और टी-20 विश्वकप के दौरान अपने दायित्व के प्रति गंभीर नहीं होने का आरोप लगाया है। वकार ने कहा, मैंने कई बार यह बात कही कि अफरीदी बल्ले और गेंद के साथ-साथ कप्तान के रूप में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं सुनी।
कोच ने कहा, एशिया कप और विश्वकप टूर्नामेंटों में अफरीदी कप्तानी के प्रति और टीम के खराब प्रदर्शन के प्रति गंभीर नहीं थे। अफरीदी अभ्यास सत्र और टीम की बैठकों से भी गायब रहे। उसके बाद खराब रणनीति की वजह से हमें मैच गंवाने पड़े। न्यूजीलैंड टी-20 सीरीज के बाद एक बैठक में खिलाड़ियों ने कहा कि कप्तान उनसे जो कराना चाहता है, उसे लेकर वे उलझन जैसी स्थिति में थे कि क्या करना चाहिए था और क्या नहीं।
वकार ने साथ ही कहा, पीएसएल के दौरान खिलाड़ियों की कोई ट्रेनिंग नहीं हुई और पीएसएल तो जैसे उनके लिए हॉली डे की तरह था। वे एशिया कप में पूरी तरह थके और अनफिट थे। अफरीदी ने कुछ बैठकों और अभ्यास में हिस्सा नहीं लिया। क्या कोई कप्तान इस तरह से टीम का नेतृत्व कर पाएगा।
यह पहली बार नहीं है जब वकार और अफरीदी के बीच मतभेद सामने आए हैं। जब वकार 2011 में पहली बार कोच बने थे तब भी उनके और अफरीदी के बीच टकराव हुआ था जिसके चलते अफरीदी से कप्तानी छीनी गई थी।
उन्होंने कहा, अफरीदी ने रणनीति को सही ढंग से अंजाम नहीं दिया और न ही उन्होंने सही खिलाड़ी को सही समय में खेलाया। उनके अचानक बल्लेबाजी क्रम बदलने या फील्ड बदलने का टीम को काफी नुकसान हुआ। वे हमेशा काफी दबाव में दिखे और खराब खेले जिसका असर टीम के प्रदर्शन पर दिखाई दिया।
वकार ने कहा, टीम का मनोबल इस बात से गिरा हुआ था क्योंकि वे अपने कप्तान से दबाव महसूस कर रहे थे। मैं खिलाड़ियों से चाहे कितनी बार भी बात करूं, मैदान पर तो कप्तान ही खिलाड़ियों का नेतृत्व करता है और टीम रणनीतियों को अमल में लाता है।
कोच के अनुसार, टीम के अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद हाफिज ने टीम प्रबंधन को अपनी घुटने की चोट के बारे में नहीं बताया, इस चोट के चलते उन्हें न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम दो मैचों से बाहर बैठना पड़ा। वकार ने इसके साथ ही उमर अकमल और अहमद शहजाद की अनुशासनहीनता के बारे में भी शिकायत की है।
वकार ने कहा, टीम की चयन समिति उनकी सलाह नहीं लेती है। मैंने सलमान बट्ट को टीम में शामिल करने का अनुरोध किया था, लेकिन मुख्य चयनकर्ता हारून राशिद ने बगैर उनसे चर्चा किए खुर्रम मंजूर को टीम में शामिल कर लिया।
कोच वकार की रिपोर्ट में उमर अकमल के व्यवहार की भी कड़ी आलोचना की गई। कोच ने कहा कि अकमल अपनी फिटनेस पर ध्यान देने के बजाय फ्लाइट पकड़कर कैरेबियन लीग खेलने चले गए। उन्होंने कहा, हर बार अकमल अपनी जगह वापस पाने में कामयाब रहते थे। क्या नए खिलाड़ी के चयन के लिए हम यही मापदंड स्थापित कर रहे हैं। एंड्रयू सायमंड्स और केविन पीटरसन जैसे शानदार खिलाड़ी अपने व्यवहार के कारण ही ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की अपनी टीमों से बाहर किए गए थे।
वकार ने साथ ही कहा, हमें साहसिक फैसले लेने की जरूरत है। हमें मीडिया या लोगों के दबाव में आकर फैसले नहीं लेने चाहिए। मैं यकीन से कह सकता हूं कि यदि आप उमर अकमल जैसे लोगों को टीम से बाहर करेंगे तो आप ऐसे खिलाड़ी तैयार कर सकते हैं जो पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस कर सकें।
कोच ने पाकिस्तानी क्रिकेट को सुधारने के लिए 13 सिफारिशें भी दीं हैं जिसमें प्रमुख कोच को चयन समिति का हिस्सा बनाना शामिल है। साथ ही मुख्य चयनकर्ता वह होना चाहिए जो आधुनिक समय में क्रिकेट खेल चुका हो।
कोच ने घरेलू क्रिकेट का ढांचा बदलने, ए टीम के टूर को नियमित करने, खिलाड़ियों को शिक्षित करने और देश के प्रति गर्व रखने वाले खिलाड़ियों को शामिल करने की सिफारिश की है। (वार्ता)