वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के महान तेज गेंदबाज रिचर्ड हैडली को पुरस्कार के रूप में मिली कार को रखने के लिए 1986 में अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों को अपने खर्चे पर एक हफ्ते की छुट्टियां बिताने की पेशकश करनी पड़ी थी।
हैडली ने ऑस्ट्रेलिया में 1985-86 टेस्ट श्रृंखला में अपने शानदार प्रदर्शन के बूते ‘साल के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर’ का पुरस्कार हासिल किया था और उन्होंने ‘एल्फा रोमियो सैलून’ कार जीती थी। न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट श्रृंखला जीती थी।
लेकिन इसे घर ले जाने में एक छोटी सी परेशानी थी कि न्यूजीलैंड सारा नकद पुरस्कार टीम कोष में डालती थी। इसलिए उन्हें इस कार के मूल्य जितना खर्चा अपने साथी खिलाड़ियों को छुट्टियां बिताने में करना पड़ा था।
हैडली ने इस घटना को याद करते हुए इयान स्मिथ को ‘स्काई स्पोर्ट्स’ पोडकास्ट पर कहा, ‘सिडनी क्रिकेट मैदान पर पुरस्कार वितरण समारोह था और मुझे कार की चाबी दी गई और वे कार को न्यूजीलैंड भेजने वाले थे तो मैंने सोचा अच्छा है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन इसमें कुछ समस्या थी। यह एक वस्तु थी। जब हम घर जाने के लिए फ्लाइट में बैठे तो प्रबंधन ने मुझसे कहा, ‘रिचर्ड, तुम्हें अपनी कार बेचनी होगी और इस राशि को टीम फंड में डालना होगा।’
हैडली ने कहा कि वह कार रखना चाहते थे। तो मैंने कहा, ‘अगर मैं इस कार को रखना चाहूं? तो मुझे कहा गया कि आपको टीम फंड में अपने पास से यह राशि देनी होगी, जितनी भी कार की कीमत है। मुझे लगता है कि यह 30 से 35,000 न्यूजीलैंड डॉलर के करीब थी।’
हैडली ने कहा कि बाद में उन्होंने अपनी टीम के साथियों को अपने ‘लेक टौपो रिजार्ट’ पर एक हफ्ते की छुट्टियां बिताने की पेशकश की ताकि वह कार रख सकें। (भाषा)