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कौन हैं Akash Deep जिनका भारतीय टीम के लिए खेलने तक का सफर बिहार की ऊबड़ खाबड़ सड़कों से होकर गुजरा है

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WD Sports Desk

, शुक्रवार, 23 फ़रवरी 2024 (13:30 IST)
Who is Akash Deep, Akash Deep Life Story Hindi News IND vs ENG 4th Test : भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की सीरीज का चौथा मैच रांची के JSCA International Stadium Complex, Ranchi में खेला जा रहा है। यह पूरी सीरीज अब तक डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक Fairy Tale की तरह रही है और चौथे मैच में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) की जगह बंगाल के क्रिकेटर आकाश दीप (Akash Deep) को भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने का मौका मिला।

जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया है और जिस तरह से आकाश ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दिन के पहले सत्र में खेला, वाकई एक ड्रीम डेब्यू की शुरुआत दिखाई दी, गहरे नीले समंदर से मिले आकाश ने आज जिस तरह मंच पर आते ही अपना हुनर दिखाया, वह काबिले तारीफ था, उनके जोश से दिखाई दे रहा था कि उन्होंने इस पल का कितनी बेसब्री से इंतज़ार किया।  अपने पहले ही स्पैल में उन्होंने Zak Crawley, Ollie Pope और Ben Duckett के 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए।

आकाश दीप की कहानी 
हर उभरते सितारे की तरह आकाश की भी गहरी संघर्षपूर्ण कहानी है और यहां तक ​​पहुंचने के लिए उन्हें कठिन यात्रा करनी पड़ी। पिछले सात वर्षों में आकाश दीप ने अपनी जिंदगी में बहुत कुछ झेला है। एक दैनिक अखबार से बात करते हुए उन्होंने एक बार कहा था “अपने गांव की सड़क जैसी यात्रा रही है बिल्कुल, उबड़ खाबड़" और वाकाई में आप जब इनकी यहां तक ​​की यात्रा की कहानी सुनेंगे तो उनके उबड़ खाबड़ सड़कों से यहां तक ​​पहुंचने के सफर को सुनकर आपके मन में उनके लिए इज़्ज़त और भी बढ़ जाएगी। आइए जानते हैं आकाश दीप की कहानी 
 
आकाश का जन्म 15 दिसंबर 1996 को बिहार के रोहतास जिले के डेहरी शहर में हुआ था, उनके पिता रामजी सिंह एक स्कूल टीचर थे। आकाश दीप क्रिकेट खेलना चाहते थे लेकिन उनके पिता को उन्हें यह नहीं पसंद था। 
 
उन्होंने एक बार अपने बड़े होने के दिनों के बारे में कहा था, "मेरे पिता को मेरा क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था। तब बिहार रणजी ट्रॉफी से बाहर हो गया था और क्रिकेट में कोई उज्ज्वल भविष्य नहीं था। मैं छिपकर क्रिकेट खेला करता था।"
 
वह 2010 में दुर्गापुर बंगाल चले गए जहां उनके चाचा ने क्रिकेटर बनने की उनकी महत्वाकांक्षा का समर्थन किया। वह एक स्थानीय अकादमी में गए जहां उन्हें अपनी गति के लिए प्रसिद्धि मिलनी शुरू हुई। 2015 में उनके पिता हार्ट अटैक के कारण चल बसे और कुछ महीनों बाद उनके बड़े भाई की मृत्यु हो गई। जब उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी तो वे दोनों समय पर अस्पताल पहुंचने में विफल रहे। घर में पैसे नहीं थे और उसे अपनी माँ की देखभाल करनी थी। इसके चलते आकाश दीप ने तीन साल क्रिकेट नहीं खेला।
 
2016 में आकाश दीप दिल्ली चले गए, जहां उनकी बड़ी बहन रहती थीं। वह कुछ महीनों तक वहां रहे, फिर एक दोस्त ने उन्हें कोलकाता आकर क्लब क्रिकेट खेलने के लिए कहा। जहां उन्होंने एक छोटा सा कमरा किराए पर लिया और वे उसमे अपने चचेरे भाई के साथ रहे। फिर उन्होंने Bengal Under 23 Team के लिए खेला और फिर रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के लिए डेब्यू किया। 

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उन्होंने वर्ष 2019 में तीनों प्रारूपों में बंगाल के लिए सीनियर डेब्यू किया और तब से 28 List A और 41 T20 मैच खेलने के अलावा 30 First Class Match खेले हैं। उन्होंने खेले गए 30 प्रथम श्रेणी मैचों में 104 विकेट लिए, लिस्ट ए मैचों में उनके नाम 42 विकेट हैं, और 41 टी20 मैचों में 48 विकेट हैं।
 
 
वह 2020 के साथ-साथ 2023 में रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचने वाली बंगाल टीम का हिस्सा थे, जहां वे सौराष्ट्र से हारने के बाद दोनों मौकों पर उपविजेता रहे।
 
Akash Deep ने 2022 में अपना IPL Debut किया। Royal Challengers Banglore (RCB) 20 लाख में ख़रीदा था। आकाश दीप ने अपने आईपीएल करियर में अब तक 7 मैच खेले हैं और उन्होंने 44.00 के औसत के साथ 6 विकेट लिए हैं

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वह England Lions के खिलाफ में India 'A' के लिए खेले गए तीन मैचों में 13 विकेट लेकर सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। 
 
उबड़ खाबड़ सड़को पर चलकर यहाँ तक का आकाश दीप का सफर काफी लम्बा और दर्दभरा ज़रुर रहा है लेकिन इस दर्द के बाद टीम इंडिया ने उन्हें मौका देकर जिस तरह उनकी मंजिल के आगे फूल बिछाएं हैं और अपनी प्रतिभा दिखने के लिए एक बड़ा मंच दिया है, वे उन उबड़ खाबड़ सड़कों को आभार ही व्यक्त करेंगे। 
 

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