किसी भी टेस्ट मैच के लिए तीसरे दिन का खेल सबसे अहम माना जाता है। साउथम्प्टन के रोज बॉल स्टेडियम में जारी डब्ल्यूटीसी फाइनल के तीसरे दिन कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जहां पहले न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने टीम इंडिया को परेशान किया, तो बाद में बल्लेबाजों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
भारतीय टीम को 217 पर समेटने के बाद कीवी टीम ने बल्लेबाजी में भी दम दिखाया और 34वें ओवर तक टीम इंडिया के सूरमा गेंदबाज विकेट के लिए तरसते नजर आए। टॉम लाथम और डेवोन कॉनवे ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े और इस साझेदारी को तोड़ने का काम रविचंद्रन अश्विन ने किया। अश्विन ने लाथम (30) को आउट कर भारत को मैच में वापस लाने का काम किया।
लाथम के विकेट के बाद कॉनवे और कप्तान केन विलियमसन ने पारी को संभाला और देखते ही देखते कॉनवे ने अपने करियर दूसरा अर्धशतक पूरा कर लिया। विलियमसन और कॉनवे ने दूसरे विकेट के लिए 31 रन जोड़े और इस साझेदारी को तोड़ने का काम इशांत शर्मा ने किया।
इशांत ने डेवोन कॉनवे को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। वह 153 गेंदों पर 54 रनों की बढ़िया पारी खेलकर आउट हुए। हालांकि, इसके बाद खराब रौशनी के चलते मैच को रोक दिया गया और केन विलियमसन (12) और रॉस टेलर (0) नाबाद पवेलियन लौटे।
तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक न्यूजीलैंड का स्कोर दो विकेट के नुकसान के 101 रन रहा। टीम अभी भी भारत से पहले पारी के आधार पर 116 रन पीछे है।