युजवेंद्र चहल को नहीं मिला Central Contract, अकारण गुमनामी में चला गया है यह लेग स्पिनर
T20I Cricket के सबसे सफल भारतीय गेंदबाज है युजवेंद्र चहल
बुधवार को बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध की सूची आने के बाद मीडिया में इस बात की चर्चा हुई कि ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को इन नामों में जगह नहीं मिली। वहीं यह भी बात सामने आई कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का नाम इस सूची में नहीं है। लेकिन बहुत कम विशेषज्ञ और प्रशंसक यह देख पाए कि युजवेंद्र चहल का नाम भी इस सूची में नहीं है।
भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल को एशिया कप के लिए चुनी गयी 17 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह नहीं मिली जिससे वह एक बार फिर विश्व कप मैचों को खेलने से चूक गए थे। पिछले दो विश्व कप (T20I 2016- 2021) में से चहल एक में टीम का हिस्सा नहीं थे जबकि 2022 टी20 विश्व कप में टीम में होने के बाद भी उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।
2016 में अपने सफेद गेंद क्रिकेट की शुरुआत करने वाले 33 वर्षीय युजवेंद्र चहल ने 72 वनडे मैच खेले हैं। 27.1 की औसत और 5.26 की इकॉनोमी के साथ उन्होंने 121 विकेट चटकाए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदरेशन 42 रनों पर 6 विकेट लेना रहा। चहल ने 2022 की शुरुआत के बाद से 50 ओवर के प्रारूप में 16 मैचों में 24 विकेट लिए हैं। जनवरी 2023 में वह आखिरी बार न्यूजीलैंड के खिलाफ इंदौर में इस प्रारुप में देखे गए थे।
वहीं टी-20 अंतरराष्ट्रीय की बात करें तो उनसे ज्यादा विकेट किसी भी भारतीय गेंदबाज ने नहीं लिए हैं। युजवेंद्र चहल ने अपना आखिरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त 2023 में खेला था। यह सीरीज भारत 2-3 से हारा था।युजवेंद्र चहल ने 80 मैचों में 25.1 की औसत और 8.19 की इकॉनोमी से 96 विेकेट चटकाए हैं। फिर भी उनका पहले टीम से नजरअंदाज होना और अब कॉंट्रेक्ट तक ना मिलना, इशारा करता है दाल में कुछ काला है।
33 साल के हो जाने के कारण यह तो स्पष्ट है कि युजवेंद्र चहल को आने वाले टी-20 विश्वकप में भी मौका नहीं मिलेगा। ऐसे में साल 2025 की चैंपियन्स ट्रॉफी उनके लिए दूर की कौड़ी साबित हो सकती है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या युजवेंद्र चहल संन्यास के बारे में सोचेंगे।