इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) के साथ महीनों की कानूनी जंग के बाद पाकिस्तान के सीनियर बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ अंतत: इस बागी ट्वेंटी-20 लीग के साथ जुड़ सकते हैं जो उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का अंत होगा।
इस बल्लेबाज के करीबी सूत्रों ने पुष्टि की है कि यूसुफ ने आईसीएल आयोजकों से कहा है कि अगर वे मुआवजे का दावा और उसके खिलाफ अन्य आरोप वापस ले लेते हैं तो वह इस लीग से जुड़ने पर विचार कर सकते हैं।
यूसुफ 2007 में आईसीएल से जुड़े थे, लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें आधिकारिक इंडियन प्रीमियर लीग से और अधिक लुभावनी पेशकश का आश्वासन दिया था जिसके बाद वह अनुबंध से पीछे हट गए थे। आईसीएल ने इसके बाद एक स्टे ऑर्डर ले लिया जो यूसुफ को आईपीएल सहित किसी भी विरोधी ट्वेंटी-20 लीग में खेलने से रोकता है।
सूत्र ने कहा कि आईसीएल का मामला उसके खिलाफ मजबूत है। पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भी उसे अदालत से बाहर समझौता करने और आईसीएल से दोबारा जुड़ने की सलाह दी है।
सू़त्र ने कहा कि इंजमाम यूसुफ की तरफ से आईसीएल से बात करेगा और दोनों के बीच समझौता कराने का प्रयास करेगा, लेकिन पहले वे सुनिश्चित होना चाहते हैं कि यूसुफ को पीसीबी और आईपीएल से कोई कानूनी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।