भारतीय टीम के कप्तान अनिल कुंबले ने कहा कि इंजमाम उल हक के संन्यास लेने से पाकिस्तानी टीम का मध्यक्रम कमजोर हुआ है।
कुंबले ने ईडन गार्डन्स पर होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि जब भी कोई इतना धाकड़ खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेता है तो टीम पर इसका प्रभाव जरूर पड़ता है, लेकिन मैं इसके साथ ही यह भी कहना चाहूँगा कि उनकी टीम अच्छी है।
दिल्ली में छह विकेट की जीत के बावजूद कप्तान ने कहा कि टीम को चौकस रहने की जरूरत है क्योंकि दिल्ली का मैच आखिर में जितना आसान दिखा, वास्तव में उतना नहीं था।
उन्होंने कहा फिरोजशाह कोटला में खेला गया पहला टेस्ट काफी करीबी था। यदि हम चौथे दिन पाँच विकेट जल्दी नहीं झटकते तो मैच बहुत करीबी हो जाता। टीम कोटला की लय यहाँ भी बरकरार रखना चाहती है और शुरू में ही मैच पर अपनी पकड़ बनाना चाहती है।
कुंबले ने कहा कोटला में हमने पहली पारी में उन पर शिकंजा कसने का मौका गँवाया। मुझे आशा है कि अब हमें जब भी शिकंजा कसने का मौका मिलेगा और हम उसमें सफल रहेंगे। उन्होंने कहा मैं चाहता हूँ कि हम यहीं 2-0 की बढ़त हासिल करके श्रृंखला अपने नाम कर दें। मैं इसी हिसाब से ईडन टेस्ट को ले रहा हूँ।
कुंबले ने कहा कि हम उनके मजबूत और कमजोर पक्षों से अवगत हैं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम अपनी ताकत का पूरी तरह से इस्तेमाल करें। यदि हम इसी हिसाब से चलते हैं तो हम अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान देकर उनके आधार पर मजबूत टीम बनना चाहेंगे।
भारतीय कप्तान का ध्यान जब इस तथ्य पर दिलाया गया कि भारत 1979-80 से पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू श्रृंखला नहीं जीता है तो कुंबले ने कहा अब हमारे पास इसके लिए शानदार मौका है। कुंबले ने यह खुलासा नहीं किया कि क्या भारत तीन स्पिनरों के साथ खेलेगा या दो स्पिनरों को रखने की रणनीति की पर ही चलता रहेगा। उन्होंने कहा हम इस पर बाद में फैसला करेंगे।
इस लेग स्पिनर को नहीं लगता है कि पाकिस्तानी टीम के कुछ खिलाड़ियों के चोटिल हो जाने से भारत को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा मुझे ऐसा नहीं लगता। बेहतर यही है कि हम उन बातों पर ध्यान न दें जो हमारे नियंत्रण में नहीं हैं।
उन्होंने महेंद्रसिंह धोनी की फिटनेस को लेकर पूछे गए सवाल के बारे में कहा कि मैं पहली बार सुन रहा हूँ कि वह फिट नहीं हैं। कुंबले ने सौरव गांगुली की तारीफ की, जिन्होंने कोटला टेस्ट में अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने ने आशा जताई कि यह स्थानीय खिलाड़ी ईडन पर और सफलता हासिल करेंगे।
क्या पिछले कप्तान गांगुली का गेंदबाज के रूप में पिछले कप्तान उचित उपयोग नहीं करते थे? उन्होंने कहा इस बात पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं कि क्या किसी ने कम गेंदबाजी की या अधिक गेंदबाजी। कुछ लोगों का मानना है कि पिछले मैच में मैंने अधिक गेंदबाजी की और कुछ का मानना है कि मैंने कम गेंदबाजी की। आपको हमेशा सिक्के के दो पहलू मिलेंगे। सबसे अधिक महत्वपूर्ण यह है कि सभी अपना योगदान दे रहे हैं। मैच के आखिर में महत्व यही रखता है कि टीम जीतनी चाहिए।
कुंबले से जब पूछा गया कि क्या वह मैच से पहले नर्वस महसूस कर रहे हैं? उन्होंने कहा थोड़ा नर्वस होना सही रहता है। आपने कितने भी मैच क्यों न खेले हों, मैच की पूर्व संध्या पर आप नर्वस जरूर रहते हैं क्योंकि आप यह सोचते हैं कि कल क्या होगा?