ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने गुरुवार कहा कि ऑस्ट्रेलिया के लिए विश्व कप जीतने का सुनहरा मौका है।
शहर की निजी यात्रा पर आए स्टीव ने कहा कि सिर्फ कोई चमत्कार ही ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी बार विश्व कप जीतने से रोक सकता है।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है। वर्ष 2001 में ईडन गार्डेन में वीवीएस लक्ष्मण की बेहतरीन पारी ने हमें लगातार 17वाँ टेस्ट जीतने से रोक दिया था। श्रीलंका के खिलाड़ी बड़े लड़ाके हैं। वे आखिरी क्षण तक खिताब जीतने के लिए संघर्ष करेंगे।
स्टीव ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरा है। प्रत्येक खिलाड़ी ने टीम की सफलता में योगदान किया है। मैं रिकी पोंटिंग की उनकी कप्तानी के कौशल के लिए सराहना करता हूँ। विश्व कप से भारत के निराशाजनक ढंग से बाहर होने के बारे में उन्होंने कहा कि भारत के निराशाजनक प्रदर्शन का मुख्य कारण उसकी खराब फील्डिंग रही।
सचिन के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें खुद फैसला करना चाहिए। दूसरे लोगों को उन पर दबाव नहीं डालना चाहिए। ऑस्ट्रेलिया में हम चोटिल या अनफिट खिलाड़ियों के नाम पर चयन के लिए विचार नहीं करते। तेज गेंदबाज ब्रेटली को ही देखिए। उनकी चोट मामूली थी, लेकिन उन्हें टीम से बाहर रखा गया।
भारत के आगामी बांग्लादेश दौरे के बारे में स्टीव ने कहा कि यह उतना आसान नहीं है। बंगलादेश ने काफी सुधार किया है। भारत को अपने खेल का स्तर बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि मैं भारत का क्रिकेट कोच बनने की हा़ेड में शामिल नहीं हूँ। इस समय मैं दूसरे कार्यों में संलग्न हूँ। भारतीय कोच के रूप में ग्रेग चैपल की भूमिका पर टिप्पणी करते हुए स्टीव ने कहा उन्हें दोष मत दीजिए। कोच का काम नेट पर खिलाड़ियों को खेल सिखाना है। मैदान पर तो खिलाड़ियों को ही प्रदर्शन करना होता है।