ऑस्ट्रेलिया ने लगातार तीसरे विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में खेलने का हक पा लिया है। बुधवार को खेले गए रोमांचहीन सेमीफाइनल में उसने दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हरा दिया। कंगारू गेंदबाजों ने पहले अफ्रीका को 43.5 ओवर में 149 रनों समेटा और फिर 31.3 ओवरों में 3 विकेट खोकर 153 रन बना डाले।
रिकी पोंटिंग की सेना विश्व कप में 'खिताबी हैट्रिक" दर्ज करने के लिए बेताब है और इस बेताबी का फैसला 28 अप्रैल को ब्रिजटाउन (बारबडोस) में होगा, जब वह एशियाई चुनौती श्रीलंका के सामने फाइनल खेलने उतरेगा। श्रीलंका ही इस विश्व कप की ऐसी एकमात्र टीम है, जिसमें उलटफेर करने का माद्दा है। यही वह टीम है जो 1999 और 2003 के विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया के मंसूबों पर पानी फेर सकती है।
अब तक के इस सबसे 'सुपर फ्लॉप" विश्व कप में बुधवार को खेला गया दूसरा सेमीफाइनल भी जुड़ गया, जहाँ एक मौके पर भी रोमांच की झलक देखने को नहीं मिली। अलबत्ता थोड़ी देर के लिए 'मैन ऑफ द मैच" मैग्राथ की कहर बरपाती गेंदों के अलावा शॉन टेंट ने जरूर प्रभाव छोड़ा, जिन्होंने क्रमश: तीन और चार विकेट अपनी झोली में डाले वह भी केवल 18 और 43 रन की कीमत पर।
ऑस्ट्रेलिया को जीत का लक्ष्य तय करने के लिए तीन विकेट (गिलक्रिस्ट 1, रिकी पोंटिंग 22 और मैथ्यू हैडन 41 रन) के विकेट खोने पड़े। अफ्रीकी शेर कल तक काफी दहाड़ मार रहे थे लेकिन कंगारुओं ने आज अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए चैम्पियन की तरह रंग बिखेरा। उम्मीद की जानी चाहिए कि कम से कम फाइनल रोमांचक होगा, जहाँ मोटी रकम देकर आए क्रिकेटप्रेमियों को अपने टिकट की वसूली हो सकेगी।
इस सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अफ्रीकी बल्लेबाजी की ऐसी कमर तोड़ी कि वह बहुत जल्दी ठीक नहीं होगी। न तो अफ्रीका के महारथी बल्लेबाजी में चल पाए और न ही गेंदबाजों में कोई पैनी धार देखी गई। अफ्रीका के लिए 149 रनों में सर्वाधिक 49 रन बनाकर कैंप नाबाद रहे।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही और 1 रन पर ही गिलक्रिस्ट आउट हो चुके थे। गिलक्रिस्ट (1) को लेंग्वेल्ट ने बोल्ड किया। 44 रनों पर रिकी पोंटिंग (22) भी आन्द्रे नेल की गेंद पर बोल्ड हो गए। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा विकेट हैडन का खोया जो 41 रन की पारी खेलने के बाद पोलाक की गेंद पर स्मिथ को कैच थमा बैठे।
ऑस्ट्रेलिया 25 ओवरों के भीतर 110 रनों पर तीन विकेट गँवा चुका था लेकिन उसके बाद माइकल क्लार्क और हैडन ने 6.5 ओवरों में 43 रनों की नाबाद साझेदारी करके कप्तान रिकी पोंटिंग के लबों पर मुस्कुराहट ला दी। ऑस्ट्रेलिया ने तीन विकेट पर 31.3 ओवरों में ही 153 रन बनाकर 7 विकेट से जीत दर्ज कर ली। क्लार्क 8 चौकों के साथ 60 और साइमंड्स 3 चौकों के साथ 18 रनों पर नाबाद रहे।
इससे पूर्व सुबह ग्रीम स्मिथ का पहले बल्लेबाजी करने के निर्णय को ब्रेकन ने पूरी तरह नकार दिया। ब्रेकन ने स्मिथ को तीसरे ओवर में 2 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया। 12 रन के कुल स्कोर पर छठे ओेवर में मैग्राथ ने कहर ढाया और जैक्स कैलिस (5) को बोल्ड कर दिया।
नौंवे ओवर में अफ्रीका का तीसरा विकेट 26 रन के कुल स्कोर पर डी"विलियर्स (15) के रूप में पैवेलियन लौटा। मैग्राथ के 10वें ओेवर में उन्होंने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट हासिल किए।
तीसरी गेंद पर उन्होंने एश्वेल प्रिंस को खाता खोलने के पूर्व ही पैवेलियन चलता किया। अगली ही गेंद पर उन्होंने मार्क बाउचर को स्लिप में हैडन के हाथों झिलवा दिया। इस तरह 27 रन के कुल स्कोर पर ऑस्ट्रेलिया 5 विकेट गँवा चुका था और कंगारू गेंदबाजों ने उसकी कमर तोड़ दी थी।
हर्शल गिब्स (38) कुछ देर तक विकेट पर जमे और स्कोर को 23वें ओवर में 87 तक ले ही गए थे कि शॉन टेंट ने उन्हें गिलक्रिस्ट के दस्तानों में समा डाला। 26वें ओवर में हॉल भी इसी तरह का शिकार हुए। टेंट ने उन्हें भी 3 रनों पर गिलक्रिस्ट द्वारा झिलवाया। न्यूजीलैंड 93 रनों पर 7 विकेट गँवा चुका था।
30वें ओवर में ब्रेड हॉग ने शान पोलाक (5) को अपनी ही गेंद पर लपककर अफ्रीका को आठवाँ झटका दिया। बाद में कैंप ने विकेट का एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा। टेंट ने अपने दूसरे स्पैल में भी शानदार गेंदबाजी जारी रखी। टेंट ने आन्द्रे नेल को 8 रनों के स्कोर पर क्लार्क के हाथों झिलवा दिया।
44वें ओवर में शेन वॉटसन ने शानदार यॉर्कर के जरिए लेंग्वेल्ट के डंडे बिखेरकर दक्षिण अफ्रीका की पारी को 149 रनों पर समेट दिया। ऑस्ट्रेलिया ने शानदार गेंदबाजी के साथ उम्दा क्षेत्ररक्षण के जरिए दर्शकों का मन मोह लिया। (वेबदुनिया न्यूज)