क्रिकेट जगत को हिला देने वाले गत वर्ष के ओवल विवाद के केन्द्र बिन्दु पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इंजमाम उल हक ने शनिवार को अपने मन की परतें खोलते हुए कहा कि इस मामले में उन्होंने फैसला टीम से विचार-विमर्श करने के बाद लिया था।
इंजमाम ने इस विवादास्पद मामले का खुलासा करते हुए तल्खी के साथ कहा कि अम्पायर डेरेल हेयर ने गेंद बिगाड़ने के आरोप में हमारी टीम पर पाँच रनों की पेनल्टी लगाने का फैसला मुझसे बिना पूछे लिया था, जबकि उन्हें ऐसा फैसला करने से पहले मुझे बताना चाहिए था।
क्रिकेट से संन्यास ले चुके इंजमाम ने कहा कि मैं अब आईसीसी के दायरे से बाहर हूँ और अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हूँ। उन्होंने कहा कि यह एकतरफा निर्णय बिल्कुल गलत था। ओवल में मैच के चौथे दिन चायकाल से पहले यह मामला उठा था। चायकाल के समय मैंने मैच के बायकाट का फैसला साथी खिलाड़ियों से विचार-विमर्श करने के बाद लिया जिसमें उनकी भी सहमति थी। हम फिर भी 15-20 मिनट बाद मैदान में उतरना चाह रहे थे। लेकिन तब अम्पायर मैदान में नहीं उतरे। अम्पायरों ने इस विवाद के बाद अगले दिन इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया था। इस विवाद में बाद में आईसीसी की सुनवाई में इंजमाम को बरी कर दिया गया था लेकिन खेल को बदनाम करने के लिए उन पर चार मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था।