भारतीय टीम के लिए देशी कोच रखने के पैरोकार पूर्व कप्तान कपिल देव ने एक विदेशी के लिए लॉबिंग करने पर सीनियर क्रिकेटरों को फटकारा है।
कपिल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के डेव व्हॉटमोर के साथ कभी काम नहीं करने के बावजूद सीनियर खिलाड़ी उनके पक्ष में लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने कहा इन खिलाड़ियों ने कभी व्हॉटमोर के साथ काम नहीं किया है, लिहाजा उनके नाम की अनुशंसा कैसे कर सकते है।
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव निरंजन शाह के बयान से नाराज कपिल देव ने ' आजतक' से कहा कि अगर कोच का नाम पहले से ही तय है तो विशेष समिति बनाने और बैठक करने की क्या जरूरत है?
उन्होंने कहा कोच चुनने के लिए गठित समिति में कई दिग्गज शामिल हैं और कोच चुनने का फैसला उन्हीं पर छोड़ देना चाहिए। यदि कोच का नाम पहले से ही तय है तो फिर साफ बता देना चाहिए।
कपिल ने कहा कि यदि रवि शास्त्री कोच पद के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं तो खुद शास्त्री को बोर्ड को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। उन्होंने खिलाड़ियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा यह दुख की बात है कि खिलाड़ी विदेशी कोच चाहते हैं। एक दिन सचिन वीवीएस लक्ष्मण राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली की भी बारी आएगी लेकिन ये कोच नहीं बन पाएँगे।