क्रिकेटरों के तीखे तेवर के आगे बोर्ड झुका
बांग्लादेश दौरे के बाद होगी अनुबंध पर बातचीत
विश्व कप में बेहद निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद खिलाड़ियों के तेवर तीखे हैं, जबकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बांग्लादेश दौरे पर जाने वाले सभी खिलाड़ियों को एक समान 'रिटेनरशिप' फीस के अपने रूख में कुछ नरमी लाते हुए कहा कि वे दौरे से लौटने के बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
बीसीसीआई के सचिव निरंजन शाह ने कहा कि खिलाड़ियों को नए अनुबंध को लेकर आपत्तियाँ है और इन पर बातचीत बांग्लादेश दौरे के बाद की जाएगी।
शाह ने कहा कि यदि खिलाड़ी अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं करते है तो इस मुद्दे को बांग्लादेश दौरे के बाद सुलझा लिया जाएगा। गत सितम्बर तक खिलाड़ियों को तीन वर्गो (ए,बी और सी) में बाँटा गया था और उन्हें क्रमशः 50 लाख, 35 लाख और 20 लाख रुपए की रिटेनरशिप फीस मिलती थी।
वेस्टइंडीज में भारत के ग्रुप चरण में बांग्लादेश और श्रीलंका के हाथों पराजय में पहले चरण में बाहर हो जाने के बाद बोर्ड ने ग्रेड अनुबंध व्यवस्था समाप्त कर दी थी और उसकी जगह समान रिटेनरशिप की पेशकश की थी। बोर्ड ने घोषणा की थी कि बांग्लादेश दौरे के लिए चुने गए सभी 15 खिलाड़ियों को पाँच-पाँच लाख रुपए की समान रिटेनरशिप फीस मिलेगी। खिलाड़ियों को रिटेनरशिप के अतिरिक्त मैच फीस और बोनस भी मिलेगा।
इस बीच कोलकाता से प्राप्त समाचार के अनुसार टीम की बांग्लादेश रवानगी से 24 घंटे पहले खिलाडी और बोर्ड के शीर्ष अधिकारी बैठक कर अनुबंध विवाद को सुलझाने का प्रयास करेंगे, जिसके चलते पिछले सात महीनों से खिलाड़ियों को कोई भुगतान नहीं हुआ है।
15 सदस्यीय एकदिवसीय टीम सात मई को बांग्लादेश के लिए रवाना होगी, जबकि सात टेस्ट खिलाडी इसके सात दिन बाद रवाना होंगे। टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और अनिल कुंबले पर यह देखने की जिम्मेदारी रहेगी कि सभी खिलाडी केन्द्रीय अनुबंध में बेहतर पेशकश हासिल कर सकें।
बोर्ड ने खिलाड़ियों को जो अनुबंध की पेशकश की है उसमें उन्हें बोर्ड के राजस्व का हिस्सा नहीं मिलना है। इससे पहले बोर्ड अपने राजस्व का 30 प्रतिशत खिलाड़ियों को देता था। राष्ट्रीय और घरेलू स्तर के खिलाड़ियों को राजस्व का 13-13 प्रतिशत मिलता था, जबकि जूनियर क्रिकेटरों को चार प्रतिशत मिलते थे।
खिलाड़ियों को बोर्ड के इस कदम पर आपत्ति है और उन्हें पिछले अक्टूबर से कोई भुगतान नहीं किया गया है। शाह और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रत्नाकर शेट्टी एकदिवसीय टीम के सोमवार को बांग्लादेश प्रस्थान से पहले खिलाड़ियों से मिलने कोलकाता आ रहे हैं।
बोर्ड ने खिलाड़ियों को जो पेशकश की है वह उनके लिए उस सूरत में काफी फायदेमंद साबित हो सकती हैं जब वे फिर से जीतने लगते हैं। अनुबंध के अनुसार खिलाड़ियों को जीतने की स्थिति में बोर्ड से प्रति मैच और श्रृंखला के लिए भारी बोनस मिलेगा।
घरेलू जमीन पर एक दिवसीय श्रृंखला जीतने के लिए बोनस 50 लाख रुपए है, जबकि विदेशी जमीन पर श्रृंखला जीतने की सूरत में यही बोनस 75 लाख रुपए हो जाता है। खिलाड़ी की मैच फीस में परिवर्तन किया गया है। अब हर खिलाड़ी को एकदिविसीय मैच खेलने के लिए डेढ़ लाख रुपए और टेस्ट मैच के लिए ढाई लाख रुपए मिलेंगे।
घरेलू जमीन पर वन-डे जीतने के लिए बोनस एक लाख रुपए प्रति खिलाड़ी होगा, जबकि विदेशी जमीन पर इसे बढ़ाकर दो लाख रुपए कर दिया जाएगा। टेस्ट जीतों के लिए यह स्थिति दो लाख और तीन लाख रुपए होगी।
घरेलू टेस्ट श्रृंखला जीतने पर टीम को 75 लाख रुपए का बोनस और विदेश में टेस्ट श्रृंखला जीतने पर एक करोड 20 लाख रुपए का बोनस मिलेगा। घरेलू ड्रॉ टेस्ट के लिए कोई बोनस नहीं होगा, जबकि विदेशी जमीन पर ड्रॉ टेस्ट के लिए एक लाख रुपए टीम में बाँटे जाएँगे।