इंग्लैंड के पूर्व ओपनर ज्यॉफ बायकाट ने कहा कि मैदान पर खिलाड़ियों के बीच बढ़ते खराब व्यवहार की घटनाओं के लिए आईसीसी दोषी है। ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में खिलाड़ियों के खराब व्यवहार की घटनाएँ चर्चाओं में बनी हुई हैं।
अपने आदर्शवादी नजरिए के लिए मशहूर बायकाट ने बीबीसी से कहा कि इस खेल का संचालक होने के नाते खराब व्यवहार की प्रवृत्ति रोकने की जिम्मेदारी आईसीसी की है। उसे अंपायरों को निर्देश देना चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं से सख्ती से निपटें।
बायकाट ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी बदतमीजी कर रहा है तो अंपायरों को उसके कप्तान को चेतावनी देनी चाहिए। कप्तान से साफ तौर पर कहा जाना चाहिए कि खिलाड़ी ने अपना बर्ताव नहीं सुधारा तो उसे मैदान से बाहर भेज दिया जाएगा। हमारे जमाने में ऐसा कभी नहीं होता था।
मैंने वेस्टइंडीज के जोएल गॉर्नर, माइकल होल्डिंग, मैल्कम मार्शल, कॉलिन क्राफ्ट और एंडी रॉबर्ट्स जैसे खतरनाक गेंदबाजों का सामना किया है, लेकिन इनमें से कोई भी बल्लेबाजों पर दबाव बनाने के लिए अपशब्दों का सहारा नहीं लेता था। बायकाट ने कहा कि वे चैंपियन थे और चैंपियनों की तरह जीतने में विश्वास रखते थे। जो खिलाड़ी अपशब्दों का सहारा ले रहे हैं वे इन महान खिलाड़ियों के सामने कहीं नहीं टिकते।