sawan somwar

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

गेंद से छेड़छाड़ कोई नई बात नहीं : गुल

Advertiesment
हमें फॉलो करें शोएब अख्तर विवाद
लाहौर , सोमवार, 3 अक्टूबर 2011 (00:17 IST)
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज उमर गुल ने रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर की हां में हां मिलाते हुए कहा है कि क्रिकेट में गेंद से छेड़छाड़ करना कोई नयी बात नहीं जो इस पर इतनी हायतौबा मचाई जाए बल्कि ये तो रोजमर्रा की बात है।

शोएब की आत्मकथा 'कंट्रोवर्शिली योर्स' में उल्लेखित गेंद से छेड़छाड़ किए जाने की बात पर गुल ने कहा अगस्त 2010 में जब हमारी टीम टेस्ट सीरीज खेलने इंग्लैंड के दौरे पर गयी थी तो मैंने खुद तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन को गेंद से छेड़छाड़ करते देखा था। इससे पहले एशेज सिरीज में स्टुअर्ट ब्रॉड अपने जूते से गेंद को घिस रहे थे।

उन्होंने कहा दरअसल जब से क्रिकेट की शुरुआत हुई है तब से ही यह सिलसिला चला आ रहा है। पुरानी गेंद से अगर रिवर्स स्विंग फेंकनी हो तो सब ऐसा ही करते हैं। आप कह सकते हैं कानूनी या गैर कानूनी दोनों रूपों में इसे हर टीम और कई गेंदबाज अपनाते रहे हैं।

गुल ने कहा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अधिकतर गेंदबाज गेंद से छेड़छाड़ करते हैं। मैं ज्यादा इस विषय पर नहीं कहना चाहता लेकिन इस बात को लेकर जो इतना बबाल होता है, वह मुझे हास्यास्पद लगता है।

उन्होंने कहा अगर खेल के दौरान आप अपने नाखून से गेंद में खरोंच लगाते हैं तो आपको बॉल टेम्पिरिंग का दोषी माना जाता है लेकिन जब फील्टर गेंद को सूखी और रूखी पिच पर फेंकता रहता है या गेंद विज्ञापन की होर्डिंग या आयोजकों के बोर्ड से टकराती है और उससे गेंद में खरोंच आ जाती है तो यह गलत नहीं माना जाता है।

तेज गेंदबाज ने कहा मेरी नजर में तो छेड़छाड़ करके गेंद को रिवर्स स्विंग के काबिल बनाना एक कला है और इसे कला के रूप में ही पहचान मिलनी चाहिए।

हालांकि गुल ने बॉल टेम्परिंग को एक कला माना है लेकिन वह शोएब के उस विचार से इत्तेफाक नहीं रखते जब उन्होंने बाल टेम्परिंग को वैध करार देने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) से आग्रह किया था।

गुल ने कहा अगर इसे वैध करार दिया जाता है तो फिर खेल में रोमांच क्या रहा। इसके लिए नियमों में परिवर्तन नहीं करना चाहिये। बॉल टेम्परिंग एक कला है और इसे ऐसे ही रहना चाहिए। उन्होंने कहा पाकिस्तानी गेंदबाजों पर हमेशा से बॉल टेम्परिंग के आरोप लगते रहे हैं लेकिन आज तक किसी भी कैमरे ने हमें ऐसा करते हुए नहीं पकड़ा है और न ही कोई अधिकारी हमारे खिलाफ सबूत जुटा पाया है।

रिवर्स स्विंग हमारी कला है जों हमें अपने पूर्व क्रिकेटरों से बतौर विरासत मिली है। गौरतलब है कि वकार युनूस और अजहर महमूद को 2000 में श्रीलंका दौरे पर बाल टेम्परिंग का दोषी पाया गया था, जिसके कारण तत्कालीन मैच रेफरी जॉन रेड ने उन पर जुर्माने के साथ साथ प्रतिबंध भी लगाया था। इसी तरह 2010 में आईसीसी ने गेंद को चबाने के आरोप में शोएब पर प्रतिबंध लगाया था।

अपनी गेंद से मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर को डराने के शोएब के दावों के बारे में गुल ने कहा मैं यह ठीक ठीक नहीं कह सकता कि मैंने सचिन को शोएब की तेज गेंदों के सामने कांपते देखा है या नहीं लेकिन इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि जब शोएब अपने फार्म में होते थे तो अच्छे से अच्छे बल्लेबाजों का पसीना छूट जाता था।

उन्होंने कहा आप सचिन की बात नन करें तो ब्रायन लारा जो मेरी नजर में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। उन्होंने भी यह माना है कि जब शोएब ने उनकी हेलमेट पर गेंद मारी थी तो वह भी उसकी रफ्तार से नर्वस हो गए थे। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi