पाकिस्तान क्रिकेट टीम के वर्तमान क्रिकेटरों ने अनिल कुंबले के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करते हुए उन्हें एक जबरदस्त प्रतिस्पर्धी और टीम के लिए अपना शत प्रतिशत देने वाला करार दिया।
पाकिस्तान टीम के उपकप्तान मिस्बाह उल हक ने कहा कि कुंबले का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के दौरान संन्यास लेने का फैसला भारतीय क्रिकेट में एक तरह का खालीपन पैदा कर देगा।
मिस्बाह ने कहा कि वे एक जबरदस्त प्रतिस्पिर्धी थे। हालाँकि मुझे उनके सामने खेलने के मौके कम मिले हैं, लेकिन खेल के प्रति उनकी गहन रुचि हम लोगों के लिए सबक है और हम सब उनका बहुत सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे एक आक्रामक स्पिनर हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि उसके संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में एक बड़ा खालीपन पैदा हो जाएगा।
मिस्बाह ने कहा कि श्रृंखला के बीच संन्यास लेने की घोषणा से मुझे आश्चर्य हुआ, लेकिन यह बात भी सही है कि सीनियर खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें कब संन्यास लेना है।
ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी का मानना है कि कुंबले ने उचित समय पर संन्यास लिया। अफरीदी ने कहा कि कुंबले बहुत प्रभावशाली खिलाड़ी हैं। उन्हें खोना टीम के लिए आसान नहीं होगा। यकीनन उसके संन्यास से टीम में एक खालीपन आ जाएगा।
एक अन्य बल्लेबाज यूनिस खान ने कहा कि कुंबले को उसके खेल के लिए प्रतिस्पर्धी और भद्रजन क्रिकेटर रूप में जाना जाएगा।
खान ने कहा कि कुंबले ऐसे गेंदबाज थे जो खराब गेंद किए जाने पर दूसरों पर गुस्से का इजहार करने के बजाय खुद पर गुस्सा उतारते थे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से वॉर्न के ऑस्ट्रेलिया टीम से चले जाने के बाद उनकी जगह को नहीं भरा जा सका, उसी तरह से कुंबले के संन्यास के बाद उनकी जगह को नहीं भरा जा सकेगा। बल्लेबाज फैजल इकबाल की इच्छा है कि अनिल कुंबले को अभी एक साल और खेलना चाहिए था।