बीसीसीआई की इंडियन प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों की बोली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने 'व्यापारियों के जुए का खेल' करार दिया और बोर्ड अध्यक्ष शरद पवार से इस पर रोक लगाने के लिए कहा।
सेना के मुखपत्र सामना के प्रथम पृष्ठ में लिखे खुले पत्र में ठाकरे ने कहा कि पैसे का ऐसा खुला प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है, जहाँ पैसे के लिए खिलाड़ियों की बोली लगाई जाती है।
उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत एस्सेल गुप के सुभाष चंद्रा की इंडियन क्रिकेट लीग को दबाने के लिए की गई है। ठाकरे जो इस अखबार के संपादक भी हैं, ने कहा कि 'ओह पवार' क्रिकेट में यह क्या हो रहा है। ठाकरे ने पवार को लिखे अपने इस खुले पत्र में कहा कि बड़े उद्योगपति आपके क्रिकेट मैदान में घुस रहे हैं और पैसा लगा रहे हैं, जिससे क्रिकेट में भ्रष्टाचार हो रहा है।
ठाकरे ने चेतावनी दी कि क्रिकेटर खरीदे जा रहे हैं, फलस्वरूप उनका ध्यान क्रिकेट से हटेगा और खेल का स्तर घटेगा। उन्होंने कहा कि कारोबारी अगर इसी तरह से पैसा लगाते रहे तो एक दिन ऐसा आएगा जब सरकार की जरूरत ही नहीं रह जाएगी और ये लोग ही देश चलाएँगे। पत्र में ठाकरे ने कहा कि उद्योगपतियों के जुए का खेल खत्म करो और क्रिकेट को बचाओ। आपके (पवार) पास इसका साहस है या नहीं।
ठाकरे की अपील : आईपीएल के लिए हाल में हुई खिलाड़ियों की नीलामी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने शरद पवार से क्रिकेट को उद्योगपतियों के चंगुल से बचाने की अपील की है। ठाकरे ने आरोप लगाया है कि बड़े-बड़े उद्योगपति क्रिकेट को भ्रष्टाचार की गर्त में ले जा रहे हैं। खिलाड़ी खरीदे जा रहे हैं और उनकी कीमत का पैमाना भी क्षेत्रवाद के आधार पर तय हो रहा है।
उन्होंने कहा कि इस चलन से खिलाड़ियों की एकाग्रता पर बुरा असर पड़ेगा, जिससे क्रिकेट पतन के रास्ते पर बढ़ने लगेगा। 'क्रिकेट के कारोबार' की कड़ी आलोचना की गई है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई समर्थित आईपीएल के 18 अप्रैल को शुरू हो रहे ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के लिए गत 20 फरवरी को हुई खिलाड़ियों की नीलामी में करोड़ों रुपए अदा करके खिलाड़ियों को खरीदा गया था। लीग की आठ टीमों में से ज्यादातर के फ्रेंचाइजी उद्योगपति वर्ग के लोगों के हैं।
नीलामी से लेना-देना नही : शरद पवार ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीमों के लिए हुई खिलाड़ियों की नीलामी को लेकर हो रही चौतरफा आलोचना से आज अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनका इस नीलामी प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है।