बॉब वूल्मर की मौत को लेकर 11 सदस्यीय ज्यूरी भी कोई फैसला नहीं दे पाई क्योंकि उसे इस बात के पक्के सबूत नहीं मिले कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कोच की हत्या की गई या स्वाभाविक कारणों से उनकी मौत हुई।
ज्यूरी ने इस मामले में सबूत पेश किए जाने के पाँच सप्ताह बाद पिछले हफ्ते फैसले पर विचार शुरू किया। इस बीच उसे कोरोनर पैट्रिक मर्फी से कुछ और निर्देश भी मिले लेकिन आखिर में वे किसी निर्णय पर पहुँचने में असफल रहे।
इंग्लैंड में जन्मे वूल्मर 18 मार्च को जमैका के पेगासस होटल में बेहोश पाए गए थे। इससे एक दिन पहले पाकिस्तान की टीम को विश्व कप में ऑयरलैंड के हाथों अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था।
वूल्मर को बाद में मृत घोषित कर दिया गया था। सरकारी पैथोलोजिस्ट इरे शेशिया की अगुवाई में किए गए पोस्टमार्टम के अनुसार वूल्मर की हत्या की गई थी।
जमैका की पुलिस ने भी इसे हत्या का मामला बताया लेकिन अन्य विशेषज्ञों से मशविरा करने के बाद उन्होंने जाँच त्याग दी थी। इन विशेषज्ञों का मानना था कि वूल्मर की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है।