घेरलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में लगातार शानदार प्रदर्शन कर वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने वाले मध्यक्रम के बल्लेबाज सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने कहा है कि उन्हें चुने जाने की पूरी उम्मीद थी।
बद्रीनाथ गत सत्र में अपना केन्द्रीय अनुबंध गंवा बैठे थे लेकिन इस झटके ने उन्हें संभलने और नए सिरे से अपना लक्ष्य तय करने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा ईमानदारी से कहूं तो मुझे चुने जाने की पूरी उम्मीद थी। मैं पिछले काफी समय से काफी अच्छा खेल रहा था और मुझे वे खबरें सुनने को भी मिल रही थीं कि मेरा चयन हो सकता है। मैं लगभग तीन वर्षों से वनडे टीम से बाहर था इसलिए वापसी करना अच्छा लगता है।
बद्रीनाथ हालांकि वनडे टीम में अपना स्थान गंवा बैठे थे लेकिन वह गत वर्ष फरवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सिरीज में खेले थे। उन्हें फिर टीम से हटा दिया गया था और बाद में वह अपना केन्द्रीय अनुबंध भी गंवा बैठे थे।
बद्रीनाथ ने कहा जब मुझसे केन्द्रीय अनुबंध छीना गया था जब मैं बहुत निराश हुआ था। उस समय मुझे लगा कि मैं इस पूरे सिस्टम का हिस्सा ही नहीं रह गया। मेरे लिए यह एक मुश्किल दौर था।
उन्होंने कहा उस समय मैंने आत्ममंथन किया और तय किया कि मुझे क्या करना है। मैंने फिर टीम इंडिया में वापसी को अपना लक्ष्य बना लिया। यह माना जाता है कि आप अपनी सफलता से ज्यादा असफलता से बहुत कुछ सीखते हैं। मेरे मामले में भी यह बात सही है। मध्य क्रम के बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें कभी शक नहीं था कि वह टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा मेरे अंदर वापसी करने की आग थी। मैं हमेशा खुद को बेहतर बनाने की कोशिश में लगा रहा। आईपीएल से मुझे काफी मदद मिली। आप हमेशा बड़े क्रिकेटरों से सीखते रहते हैं जो बराबर सुधार की जुगत में लगे रहते हैं।
उनके आलोचक हालांकि उनकी 30 वर्ष की उम्र पर सवाल उठाते हैं लेकिन बद्री का कहना है कि इससे उन्हें अपनी फिटनेस पर मेहनत करने की प्रेरणा मिली। उम्र कोई मायने नहीं रखती है। यह सिर्फ फिटनेस का मुद्दा है। बद्री ने कहा मैंने खुद को फिट रखने पर कड़ी मेहनत की है। मुझे हमेशा अपनी फिटनेस पर गर्व है। (वार्ता)