चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाकर राहत महसूस कर रहे न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी ने कहा कि बड़ा टूर्नामेंट जीतने की महत्वाकांक्षा के कारण ही कीवी टीम सेमीफाइनल की बाधा को पार करने में सफल रही।
न्यूजीलैंड ने बड़े टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल में हारने का मिथक तोड़ते हुए पाकिस्तान को पाँच विकेट से हराकर कल चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश किया जहाँ उसका सामना कल चिर प्रतिद्वंद्वी और गत चैंपियंस ऑस्ट्रेलिया से होगा।
विटोरी ने जीत के बाद कहा कि टीम के अंदर बड़ा टूर्नामेंट जीतने की महत्वाकांक्षा है। सिर्फ सेमीफाइनल में पहुँचने की जगह टूर्नामेंट जीतने का विश्वास और इच्छा है। उन्होंने कहा कि यह अच्छा रहा कि हम दो अच्छे मैच जीतकर सेमीफाइनल में पहुँचे। हमने इस लय को आगे बढ़ाया।
कीवी कप्तान ने 43 रन पर तीन विकेट चटकाने के बाद 41 रन बनाकर पाकिस्तान पर अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई लेकिन उन्होंने ग्रांट इलियट की जमकर तारीफ की, जिन्होंने 103 गेंद में नाबाद 75 रन की पारी खेली और उनके साथ पाँचवें विकेट के लिए 104 रन की साझेदारी की।
यह पूछने पर कि 42 रन के स्कोर पर पाकिस्तान के कप्तान यूनिस खान ने इलियट का कैच छोड़कर उन्हें जो जीवनदान दिया उसने मैच न्यूजीलैंड के पक्ष में मोड़ दिया, विटोरी ने कहा कि संभवत: हाँ और नहीं भी क्योंकि हमारे पास काइल मिल्स और जेम्स फ्रेंकलिन भी बचे थे।
न्यूजीलैंड ने बल्लेबाजी पॉवर प्ले 43वें ओवर में लिया और यह फैसला टीम के लिए निर्णायक साबित हुआ क्योंकि अगले पाँच ओवर में 55 रन बने।