सीनियर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मतभेदों की रिपोर्टों को खारिज करते हुए शनिवार को कहा कि यह केवल मीडिया की देन है।
सहवाग ने यहां एक प्रचार कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं नहीं मानता कि किसी तरह का मतभेद है। यह सब मीडिया की देन है। हम जैसे पहले खेला करते थे वैसे ही आगे भी जारी रखेंगे। हमने इस बारे में ऑस्ट्रेलिया और फिर यहां भी बात की। खिलाड़ियों के बीच किसी तरह के मतभेद नहीं हैं।’’ टीम प्रबंधन ने त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान जब तीन सलामी बल्लेबाजों सचिन तेंडुलकर, उपकप्तान सहवाग और गौतम गंभीर के लिए रोटेशन नीति अपनाई तो टीम में मतभेद की बातें उभरने लगी थी। मतभेद का पहला संकेत तब मिला जब सहवाग के टेस्ट सलामी जोड़ीदार गंभीर ने जल्दी मैच समाप्त नहीं करने के लिए धोनी की आलोचना की। धोनी ने इसके बाद इन तीनों के क्षेत्ररक्षण की खुलेआम आलोचना की। लेकिन सहवाग ने कहा कि सीनियर खिलाड़ियों को कभी नहीं बताया गया कि रोटेशन नीति का कारण क्षेत्ररक्षण है। सहवाग को एशिया कप से विश्राम दिया गया है। सहवाग ने पूर्व कोच ग्रेग चैपल की इस बात को भी नकार दिया कि अनिल कुंबले के संन्यास लेने के बाद वह कप्तान बनना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा कहता रहा हूं कि मैं कप्तान नहीं बनना चाहता। मैं सीनियर खिलाड़ी हूं और मेरा काम रन बनाना है चाहे मैं उपकप्तान रहूं या नहीं। यदि मुझे कोई सुझाव देना है तो मैं कप्तान के सामने अपनी बात रखूंगा चाहे वह कोई भी हो।’’ (भाषा)