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तीसरे टेस्ट में भारत की स्‍िथति मजबूत

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रोसेयू (डोमीनिका) , रविवार, 10 जुलाई 2011 (12:57 IST)
किर्क एडवर्डस के पदार्पण टेस्ट में धैर्यपूर्ण शतक के बाद भारत ने हरभजनसिंह के फिरकी के जादू की मदद से तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन वेस्टइंडीज का स्कोर छह विकेट पर 224 रन करके अपनी स्थिति मजबूत की।

एडवर्डस ने 195 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 110 रन की पारी खेलने के अलावा अनुभवी शिवनारायण चंद्रपाल (नाबाद 73) के साथ उस समय 161 रन की साझेदारी की जब मेजबान टीम 40 रन पर तीन विकेट गंवाकर संकट में थी।

चंद्रपाल का इस साल चौथे टेस्ट में यह पहला अर्धशतक है। वह अब तक 201 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके जड़ चुके हैं। दिन का खेल खत्म होने पर दूसरे छोर पर कप्तान डेरेन सैमी एक रन बनाकर उनका साथ दे रहे थे।

वेस्टइंडीज की टीम एक समय तीन विकेट पर 201 रन बनाकर मजबूत स्थिति में दिख रही थी लेकिन हरभजन (61 रन पर तीन विकेट) और प्रवीण कुमार (29 रन पर दो विकेट) ने अंतिम घंटे में तीन विकेट चटकाकर मेजबान टीम की कमर तोड़ दी। हरभजन ने किर्क एडवर्डस और मार्लन सैमुअल्स (00) जबकि प्रवीण ने कार्लटन बा (10) को पैवेलियन भेजा।

इससे पहले भारत ने वेस्टइंडीज के पहली पारी में 204 रन के जवाब में कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (74) और अभिनव मुकुंद (62) की उम्दा पारियों की मदद से 347 रन बनाकर 143 रन की बढ़त हासिल की। वेस्टइंडीज अब भारत से 81 रन आगे है जबकि उसके सिर्फ चार विकेट शेष हैं।

जमैका के सबीना पार्क में पहला टेस्ट 63 रन से जीतकर श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रहे भारत का लक्ष्य अब कल वेस्टइंडीज के बाकी बचे विकेट सस्ते में निकालकर जीत दर्ज करना होगा।

पावेल पारी के छठे ओवर में ईशांत की शरीर के करीब आई गेंद पर बल्ला अड़ा बैठे और तीसरी स्लिप में रैना ने उनका कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। बराथ भी अगले ओवर में प्रवीण की बाहर की ओर जाती गेंद को खेलने की कोशिश में तीसरी स्लिप में कोहली को आसान कैच दे बैठे।

किर्क एडवर्डस और डेरेन ब्रावो (14) ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन हरभजनसिंह ने लंच के बाद ब्रावो को पैवेलियन की राह दिखा दी। ब्रावो के आउट होने पर क्रीज पर उतरे चंद्रपाल ने बेहद धीमी शुरूआत की। वह चार रन के निजी स्कोर भी भाग्यशाली रहे जब हरभजन की गेंद उनके बल्लेबाज का किनारा लेकर दूसरी स्लिप में खड़े लक्ष्मण के कुछ दूर से निकल गई। ब्रावो ने इशांत की गेंद पर चौके के साथ 87 गेंद में पांच चौकों की मदद से अपने कैरियर का पहला टेस्ट अर्धशतक पूरा किया।

द्रविड़ ने चाय के विश्राम से ठीक पहले चंद्रपाल को जीवनदान दिया जब उन्होंने हरभजन की गेंद पर पहली स्लिप में बेहद आसान कैच टपका दिया। हरभजन ने अधिकांश समय बल्लेबाज के पास चार क्षेत्ररक्षकों के साथ गेंदबाजी की लेकिन मौका बनाने के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिली।

चाय के बाद दोनों बल्लेबाजों ने सकारात्मक बल्लेबाजी की। चंद्रपाल ने प्रवीण और हरभजन पर चौके जड़े। धोनी ने जब गेंद कामचलाऊ गेंदबाज मुकुंद को थमाई तो उनका स्वागत किर्क एडवर्डस ने छक्के के साथ किया। चंद्रपाल ने मुकुंद की गेंद पर दो रन के साथ 153 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।

इससे पहले भारत की ओर से धोनी और मुकुंद के अलावा वीवीएस लक्ष्मण (56) और सुरेश रैना (50) ने भी अर्धशतक बनाए। वेस्टइंडीज की ओर से तेज गेंदबाज फिडेल एडवर्डस ने 103 रन देकर पांच विकेट चटकाए लेकिन वह भी भारत को मजबूत बढ़त हासिल करने से नहीं रोक सके।

सुबह का सत्र गेंदबाजों के नाम रहा, जिसमें 23.2 ओवर में 65 रन पर छह विकेट गिरे। भारत ने अपने अंतिम चार विकेट 39 रन जोड़कर गंवाए।

आज छह विकेट पर 308 रन से आगे खेलने उतरे भारत ने दिन की दूसरी गेंद पर ही हरभजन (12) का विकेट गंवा दिया जो फिडेल एडवर्डस की गेंद पर विकेटकीपर बा को कैच दे बैठे। धोनी ने इसके बाद प्रवीण (23) के साथ 31 रन की साझेदारी की।

भारतीय कप्तान फिडेल एडवर्डस की शार्ट गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप स्क्वायर लेग में देवेंद्र बीशू को आसान कैच देकर पैवेलियन लौटे। उन्होंने अपनी पारी में 133 गेंद का सामना करते हुए चार चौके जड़े।

प्रवीण ने आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने फिडेल एडवर्डस पर लगातार दो चौकों के अलावा बीशू की गेंद पर छक्का भी जड़ा। बीशू ने हालांकि प्रवीण को शार्ट थर्ड मैन पर मार्लन सैमुअल्स के हाथों कैच कराकर उनकी पारी का अंत किया।

फिडेल एडवर्डस ने अगले ओवर में ईशांत शर्मा (02) को बराथ के हाथों कैच कराकर भारतीय पारी का अंत किया और अपना पांचवां विकेट हासिल किया। (भाषा)

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