एडीलेड टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट को समर्पित। गिलक्रिस्ट ने इस टेस्ट के दौरान ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया। गिली ने बीते वर्षो में जिस तरह की क्रिकेट खेली है उसका कई युवा खिलाड़ी अनुकरण करते हैं।
गिलक्रिस्ट ने विकेट के सामने और विकेट के पीछे बेहतरीन क्रिकेट खेला है। वे विकेट के पीछे से गेंदबाजों का लगातार हौसला बढ़ाते रहे हैं और अक्सर उन्हें विपक्षी बल्लेबाज की कमजोरी के बारे में बताने के लिए विकेट के पीछे से भागकर गेंदबाज तक जाते देखा गया है। असल में गिली ने कुशल कप्तान भी रहे हैं, बतौर कार्यवाहक कप्तान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को कई मैच जिताए हैं। ऑस्ट्रेलिया की उपकप्तानी का भार उन्होंने लंबे समय तक निभाया है और हर बार अपना सौ प्रतिशत योगदान दिया है।
गिली की बल्लेबाजी की बात करें तो जिस दिन वे रन बनाते, उस दिन विपक्षी टीम के गेंदबाजों की शामत आ जाती। क्या ऑन ड्राइव, क्या स्कवेयर कट, क्या कवर ड्राइव, क्या फ्लिक, क्या लेटकट, क्या स्वीप, क्या कदमों का इस्तेमाल गिली ने मैदान के चारों तरफ समान अधिकार से शॉट खेले।
विश्व क्रिकेट में गिली ने टीम में विकेटकीपर की परिभाषा को बदला और सफलतापूर्वक दस्ताने संभालने के बाद अपने बल्ले से भी कई बार टीम की कामयाबी की कहानी लिखी। गिली ने क्रिकेट खेलने वाले देशों को एक आदर्श विकेटकीपर बल्लेबाज की परिभाषा दी। उन्होंने ने बताया कि टीम में कैसा विकेटकीपर बल्लेबाज होना चाहिए। गिली के खेल को देखकर हर क्रिकेट प्रेमी कहता है 'खिलाड़ी हो तो गिलक्रिस्ट जैसा'।
कई क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि गिली में अभी और क्रिकेट बाकी था, लेकिन इस धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ने युवा खिलाड़ियों को मौका देते हुए ऐसे समय क्रिकेट को अलविदा कहा है, जब उनकी सबसे ज्यादा माँग थी। भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के बाद ऑस्ट्रेलिया को गिली की जगह एक नया विकेटकीपर लाना होगा, लेकिन क्या इस तरह इस महान खिलाड़ी की कमी पूरी हो पाएगी, इसमें बहुत सारे सवाल हैं।
गिली ने अपनी तरह की अनूठी क्रिकेट खेली है और नए कीर्तिमान रचकर कई विश्व क्रिकेट को नई दिशा दी है। उन्होंने अपनी क्रिकेट से पूरी दुनिया में क्रिकेट प्रेमियों को रोमांच के पल दिए हैं, जो भुलाए नहीं भूलेंगे, थैंक्स गिली, क्रिकेट विल मिस यू...।