कानपुर में आज से प्रारंभ हुए तीसरे टेस्ट मैच का पहला दिन भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा और उन्होंने सूरज ढलने के पहले ही मेहमान दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 265 रनों पर समेट दी। पहले दिन के 'हीरो' हरभजनसिंह और ईशांत शर्मा रहे, जिन्होंने 3-3 विकेट आपस में बाँटे।
ग्रीन पार्क की विकेट ने पहले दिन अपना विचित्र रुप दिखाया। यहाँ पर कुश्ती अखाड़े की तरह बनाए गए विकेट पर भारत के स्पिन के साथ-साथ तेज गेंदबाज को भी कामयाबी मिली। अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने खुद तो सर्वाधिक 69 रन बनाए ही साथ ही साथ दो साझेदारियों में पहले व दूसरे विकेट के लिए क्रमश: 61 और 91 रन भी जोड़े।
अनिल कुंबले की फिटनेस समस्या के कारण वनडे टीम के कप्तान महेन्द्रसिंह धोनी ने ग्रीन पार्क पर भी भारत की कमान संभाली और वनडे तथा टेस्ट दोनों में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले वे पहले खिलाड़ी बन गए।
हालाँकि सिक्के की उछाल में भाग्य ने धोनी का साथ नहीं निभाया और ग्रीम स्मिथ ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर लिया। स्मिथ और मैकेंजी ने पहले विकेट की भागीदारी में 61 रन जोड़े।
भारत को पहली सफलता पीयूष चावला ने दिलवाई, जब उन्होने नील मैकेंजी (36) को विकेटकीपर धोनी से स्टम्प करवाया। अफ्रीकी पारी को दूसरे छोर से सँवारने की जद्दोजहद में जुटे कप्तान स्मिथ को हाशिम अमला को अच्छा साथ मिला।
स्मिथ और अमला स्कोर को 152 तक ले ही गए थे कि युवराजसिंह की गेंद पर स्मिथ का कैच वसीम जाफर ने लपककर भारतीय खेमे में खुशी का संचार किया। स्मिथ ने दूसरे विकेट की भागीदारी में अमला के साथ 91 रन जोड़े। इस दौरान उन्होंने 8 चौकों के अलावा 2 छक्के भी उड़ाए।
विकेट पर खतरनाक बनते जा रहे अमला को ईशांत शर्मा ने 51 रनों पर आउट कर उन्हें पैवेलियन का रास्ता दिखाया और बस यहीं से अफ्रीकी बल्लेबाजी पर ग्रहण लगना शुरू हो गया। बाद में हरभजनसिंह की फिरकी का जादू चला और वे 53 रन की कीमत पर 3 विकेट लेने में सफल रहे जबकि ईशांत को 55 रन देकर 3 विकेट लेने में कामयाबी हासिल हुई। पीयूष चावला के हिस्से में 2 विकेट आए।
ग्रीन पार्क पर शनिवार को भारतीय बल्लेबाजों की अग्निपरीक्षा होगी कि वे अफ्रीका के आग बरसाते गेंदबाजों का किस तरह मुकाबला करते हैं। फिलहाल विकेट दोनों तरह के गेंदबाजों को भरपूर मदद कर रहा है। कल लंच तक भारत सम्मानजनक शुरुआत करता है तो उम्मीद की नई किरण जाग सकती है।