इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन और हरफनमौला एंड्रयू फ्लिंटॉफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से मिलने वाली रकम का दस फीसदी हिस्सा अपनी काउंटी टीमों को मुआवजे के तौर पर देंगे।
पीटरसन और फ्लिंटॉफ को आईपीएल में केवल तीन सप्ताह के लिए खेलने की ही मंजूरी इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से मिली है, लेकिन आईपीएल में खेलने जाने पर उसी दौरान शुरू होने वाले काउंटी क्रिकेट में वे नहीं खेल पाएँगे।
प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) ने इसी समस्या से निपटने के लिए काउंटी टीमों को भी आईपीएल से अंग्रेज खिलाड़ियों को होने वाली आमदनी का दस फीसदी हिस्सा देने का रास्ता सुझाया है।
एसोसिएशन के मुख्य कार्यकारी सीन मौरिस ने द गार्डियन से कहा एक मैच में नहीं खेलने से काउंटी टीम को काफी नुकसान होता है। इसे ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों ने अपनी आमदनी का दस फीसदी हिस्सा अपनी काउंटी टीमों को मुआवजे के तौर पर देने की रजामंदी जताई है।
पीसीए, ईसीबी और काउंटी टीमों के प्रतिनिधियों के बीच आपसी परामर्श के बाद ही इस फैसले पर सहमति बनी है। फ्लिंटॉफ लंकाशायर की तरफ से काउंटी क्रिकेट खेलते हैं, जबकि पीटरसन हैम्पशायर टीम के प्रमुख खिलाड़ी हैं।
पीटरसन को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम छह फरवरी को होने वाली नीलामी के दौरान अपने साथ जोड़ने की इच्छुक बताई जा रही है। इसके एवज में पीटरसन को लगभग 15 लाख डॉलर की रकम मिल सकती है।
इस बीच इंग्लैंड के कद्दावर तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन को उनकी काउंटी टीम डरहम ने आईपीएल में खेलने की इजाजत दे दी है। इससे पहले पीटरसन और फ्लिंटॉफ के अलावा दिमित्री मैस्करन्हास, समित पटेल और ग्राहम नेपियर भी आईपीएल नीलामी के लिए खुद को उपलब्ध घोषित कर चुके हैं।