नागपुर। पूर्व कप्तानों अनिल कुंबले और सौरव गांगुली ने महेंद्रसिंह धोनी की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा जताया और उम्मीद जताई कि उनकी अगुआई में भारतीय टीम दुनिया की नंबर एक टीम बनेगी।
गांगुली सचिन तेंडुलकर और वीवीएस लक्ष्मण सहित यहाँ बीसीसीआई द्वारा सम्मानित किए गए कुंबले ने कहा मैं जानता हूँ कि एमएस (महेन्द्रसिंह धोनी) और कोच गैरी कर्स्टन के नेतृत्व में यह टीम नंबर एक टीम बनेगी। हमारे पास ऐसी प्रतिभा है।
भारत के अब तक के सबसे सफलतम कप्तान गांगुली ने कुंबले के सुर में सुर मिलाते हुए कहा एमएस और गैरी हमारे दो मशालधारक हैं और मुझे उम्मीद है कि वह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएँगे।
यहाँ अपना अंतिम टेस्ट खेल रहे गांगुली ने इस मौके पर सबको धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके दिमाग में हमेशा टीम का हित रहा। उन्होंने कहा यह काफी उतार-चढ़ाव हार जीत से भरा सफर रहा लेकिन यह बेहतरीन था। अनिल, सचिन, राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम बाँटना सम्मान की बात है।
बाएँ हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा इस सफर के दौरान मैंने दोस्त और दुश्मन दोनों बनाए लेकिन यह सब कुछ भारतीय क्रिकेट के अच्छे के लिए था। कुंबले ने भी टीम के सभी साथियों और अन्य लोगों का धन्यवाद दिया लेकिन तेंडुलकर की उन्होंने विशेष रूप से तारीफ की।
उन्होंने कहा जब वह पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजर आए तो पूरे भारत ने कहा कि तुम बल्लेबाजी के सभी रिकॉर्ड तोड़ोगे और उनके अंदर सभी को सही साबित करने की प्रतिभा थी। कुंबले ने कहा कि राहुल के साथ मेरा विशेष लगाव है। वह कर्नाटक की टीम में भी मेरे साथी हैं।
कुंबले ने गांगुली की भी सराहना करते हुए कहा आपके नेतृत्व में हमने विदेशी सरजमीं पर टेस्ट मैच जीतना सीखा। इसके अलावा हमने हमेशा आपकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया। यहाँ 100वाँ टेस्ट खेल रहे लक्ष्मण के बारे में कुंबले ने कहा कि टीम को कई बार मुश्किल हालातों से निकालने के बावजूद बायें हाथ के इस बल्लेबाज को कभी पर्याप्त श्रेय नहीं मिला।
अपने स्पिन जोड़ीदार हरभजनसिंह के बारे में कुंबले ने कहा मुझे तुम्हारे साथ दूसरे छोर पर गेंदबाजी करने की कमी खलेगी। अब से तुम टीम के 'स्पिन' आक्रमण की अगुआई करोगे। वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान के बारे में कुंबले ने कहा मैं वीरू और जाक (जहीर खान) के साथ काफी खेला हूँ। वीरू में विशेष प्रतिभा है और वह और जाक भारतीय बल्लेबाजी और गेंदबाजी की अगुआई करेंगे।
कुंबले ने कहा मैं टीम के बाकी सभी सदस्यों के अच्छे करियर की कामना करता हूँ। कुंबले और गांगुली की तारीफ करते हुए तेंडुलकर ने कहा कि सौरव ने अपने करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखे लेकिन उसने प्रतिबद्धता दिखाई और बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमने एकदिवसीय मैचों में काफी बार पारी की शुरुआत की और एक दूसरे के खेल को काफी अच्छी तरह जानते हैं।
उन्होंने कहा कि अनिल ने भी शत-प्रतिशत प्रतिबद्धता दिखाई। वेस्टइंडीज में उनका जबड़ा टूटा लेकिन वह पट्टी बाँधकर टूटे जबड़े के साथ खेले और ब्रायन लारा को आउट किया। हमें सौरव और अनिल की कमी खलेगी और पूरे देश को भी।
लक्ष्मण के बारे में तेंडुलकर ने कहा कि मैं 100 टेस्ट खेलने के लिए आपको बधाई देता हूँ। आप ध्यान खींचने वालों में से नहीं हो, लेकिन टीम के नजरिये से आपने शानदार काम किया। 100 टेस्ट खेलने वाले क्लब के सदस्य बनने से उत्साहित लक्ष्मण ने इसे संभव करने के लिए सबका धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा मेरे माता-पिता चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूँ। मैं भी डॉक्टर बनना चाहता था क्योंकि मैं अपने पिता के नक्शे-कदम पर चलना चाहता था जो मेरे आदर्श थे, लेकिन मैं अपने मामा का धन्यवाद करना चाहता हूँ, जिन्होंने मेरी क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना। इस अवसर पर बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर पूर्व अध्यक्ष शरद पवार बोर्ड सचिव एन श्रीनिवासन और बोर्ड के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। (वार्ता)