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निर्णायक टेस्ट में पिच पर रहेंगी निगाहें

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कानपुर (भाषा) , बुधवार, 9 अप्रैल 2008 (21:07 IST)
श्रृंखला बराबर करने के लिए भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी और यही वजह है कि दोनों टीमें पिच पर काफी ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों को पूरा विश्वास है कि पिच जल्दी ही खराब होगी और मेजबान टीम के फायदे के लिए इस पर से घास हटा दी गई है। हालाँकि क्यूरेटर ने कहा कि यह जीवंत पिच होगी।

पिच से थोड़ी घास हटा दी गई है और आज सुबह इस पर भारी रोलर चलाया गया। आम तौर पर घास सतह को जोड़ती है, जिससे टेस्ट मैच में इसे लंबे समय तक रखने में मदद मिलती है, लेकिन चिलचिलाती धूप में यह उम्मीद से पहले फट सकती है क्योंकि इस पर कम घास होगी।

अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि भारतीय टीम प्रबंधन ने इस टर्निंग ट्रैक का आग्रह किया था या नहीं, लेकिन अहमदाबाद में भारत को तीन दिन में मिली करारी शिकस्त के अनुभव को देखते हुए क्यूरेटर ने इस पर घास छोड़ने को लेकर काफी विचार विमर्श किया होगा।

क्यूरेटर शिव कुमार ने कहा हमें कोई निर्देश नहीं मिले हैं। हमने घास पर भारी रोलर का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा पहली पारी में बल्लेबाजी में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। बाद में गेंदबाजों को इससे कुछ सहायता मिलेगी।

अगर पिच स्पिन गेंदबाजों को मदद करेगी तो टॉस अहम भूमिका निभायेगा क्योंकि कोई भी टीम उस समय बल्लेबाजी नहीं करना चाहेगी, जब परिस्थितियाँ काफी कठिन होंगी।

दक्षिण अफ्रीका के कोच मिकी ऑर्थर ने कहा कि टॉस जीतना फायदेमंद साबित होगा। भारतीयों ने अपनी 16 सदस्यीय टीम में चार विशेषज्ञ स्पिनरों को शामिल किया है, लेकिन अनिल कुंबले की फिटनेस पर अब भी सवालिया निशान लगा हुआ है।

कुंबले कल फिटनेस परीक्षण से गुजरेंगे। उनके साथ तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का भी फिटनेस परीक्षण कराया जाएगा। इसके बाद ही इस अहम मैच के लिए दोनों की उपलब्धता का पता चल पायेगा।

अगर कुंबले इसमें असफल रहते हैं तो भारत को हरभजन सिंह युवा लेग स्पिनर पीयूष चावला और रोमेश पवार पर ही निर्भर रहना होगा। दोनों टीमें कल शाम को यहाँ पहुँची। दोनों टीमों ने ग्रीन पार्क की परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने के लिये काफी पसीना बहाया।

इस मैदान पर खेले गये 19 में से 12 मैचों का परिणाम निकला है। इसमें से भारत ने चार में जीत दर्ज की है जबकि तीन में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा है।

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