न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो ने विश्व कप सेमीफाइनल में श्रीलंका के हाथों हार के बाद कीवी टीम पर क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करने में अक्षम रहने का ठप्पा लगा दिया।
न्यूजीलैंड के सबसे सफल बल्लेबाजों में शामिल क्रो ने कहा कि वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने के स्टीफन फ्लेमिंग के फैसले को भी वह सही मानते हैं और कोच जान ब्रासवैल को भी उनके नक्शे-कदम पर चलना चाहिए।
उन्होंने रेडियो स्पोटर्स से कहा आपको नई सोच लेकर उतरना चाहिये क्योंकि खेल ने काफी रफ्तार पकड़ ली है। विश्व कप 1992 में न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल तक ले जाने वाले क्रो ने कहा कि तब और अब की टीम में काफी फर्क है। उस समय न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने हराया था जो बाद में चैम्पियन बना।
क्रो ने कहा कि उन्हें इस बात का मलाल है कि पिछले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया से मिली शर्मनाक हार से भी कीवी खिलाड़ियों पर असर नहीं पड़ा और वे बार-बार यही कहते रहे कि इससे उनका आत्मविश्वास डिगा नहीं है।
उन्होंने कहा सभी एक ही तरह की भाषा बोलते रहे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह महत्वपूर्ण मैच उनके पतन की शुरुआत साबित हुआ।