वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन श्रीलंका ने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली। हालाँकि मेजबान टीम को फालोऑन टालने के लिए 8 रन की ही जरूरत है।
श्रीलंका के पहली पारी के आठ विकेट पर 476 रन (घोषित) के जवाब में वेस्टइंडीज ने तीसरे दिन नौ विकेट पर 269 रन बना लिए थे।
गयाना नेशनल स्टेडियम पर तीसरा दिन श्रीलंकाई गेंदबाजों के नाम रहा। रामनरेश सरवन ने कैरेबियाई टीम के लिए सर्वाधिक 80 रन बनाए। निचले क्रम के बल्लेबाजों ने फालोऑन देने के श्रीलंका के मंसूबों पर लगभग पानी फेर दिया है।
श्रीलंका के लिए चमिंडा वास, तिलान तुषारा और मुथैया मुरलीधरन ने मिलकर आठ विकेट लिए। वास ने 22 ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट चटकाए, जबकि मुरली ने 38 ओवर में 104 रन देकर तीन विकेट लिए। तुषारा ने 20 ओवर में 59 रन देकर दो विकेट प्राप्त किए।
लंच के बाद पहले ओवर में वेस्टइंडीज का स्कोर पाँच विकेट पर 109 रन था। सरवन ने एक छोर संभालकर बाएँ हाथ के बल्लेबाज रियान हाइंड्स के साथ छठे विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी की। सरवन ने साढे़ चार घंटे क्रीज पर टिककर 199 गेंदों का सामना किया और चार चौके जड़े। वे चाय से पहले वास की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
वेस्टइंडीज के लिए हाइंड्स ने 37, दिनेश रामदीन ने 38, पहला टेस्ट खेल रहे सुलेमान बेन ने 28 और जेरोम टेलर ने नाबाद 24 रन बनाए। मेजबान टीम ने दिन की शुरुआत एक विकेट पर 29 रन के साथ की। श्रीलंका ने शिवनारायण चंद्रपॉल समेत तीन विकेट जल्दी चटकाकर उसका स्कोर चार विकेट पर 107 रन कर दिया।
मुरली ने लंच से 15 मिनट पहले चंद्रपॉल को आउट करके वेस्टइंडीज को झटका दिया। इसके बाद तुषारा ने डेवोन स्मिथ और मर्लोन सैमुअल्स को पैवेलियन की राह दिखाई।
इसके बाद कैरेबियाई टीम रक्षात्मक खेलने पर मजबूर हो गई। इस बीच सरवन ने 99 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। श्रीलंका ने नियमित अंतराल पर विकेट लिए और मेजबान टीम को बड़ी साझेदारियाँ नहीं बनाने दीं।